
छोटे शहरों में जॉब मार्केट में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है.
देश का कोई ऐसा हिस्सा नहीं जो दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर जैसे बड़े और मैट्रो शहरों में नौकरी ना करना चाहता हो, लेकिन जब आपको अपने छोटे शहर में ठीक ठाक नौकरी मिल जाए तो कहना ही क्या. अब यही छोटे शहर नौकरी देने मामले में इन मैट्रो शहरों को पीछे छोड़ रहे हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत के छोटे शहर देश के जॉब मार्केट में तेज़ी ला रहे हैं. टियर II और III शहरों में सितंबर के दौरान नियुक्तियों में साल-दर-साल 21 फीसदी की तेज़ वृद्धि दर्ज की गई, जो महानगरों की तुलना में कहीं ज़्यादा है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर किस रिपोर्ट में इस तरह की फाइंडिंग्स देखने को मिली है.
छोटे शहरों में जॉब मार्केट बढ़ा
जॉब्स और टैलेंट प्लेटफॉर्म फाउंडिट की फ्रेश मासिक रिपोर्ट, फाउंडिट इनसाइट्स ट्रैकर (फिट) के अनुसार, भारत के टियर II और III शहरों ने सितंबर में नियुक्तियों में सबसे ज़्यादा वृद्धि दर्ज की, जहां साल-दर-साल 21 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. जयपुर, लखनऊ, कोयंबटूर, इंदौर, भुवनेश्वर, कोच्चि, सूरत, नागपुर और चंडीगढ़ जैसे टियर II और III शहरों में नियुक्तियों में साल-दर-साल 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसे ई-कॉमर्स वेयरहाउसिंग, खुदरा विस्तार, ग्राहक सहायता केंद्रों और त्योहारी पर्यटन से बढ़ावा मिला. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि इसी दौरान, कुल मिलाकर नियुक्ति गतिविधियां मज़बूत रहीं. ट्रैकर ने साल-दर-साल 17 प्रतिशत और महीने-दर-महीने 4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो त्योहारी मांग के अलावा स्थिर आधारभूत नियुक्ति की ओर इशारा करती है.
जॉब मार्केट में बड़े बदलाव की ओर इशारा
फाउंडिट की मार्केटिंग उपाध्यक्ष अनुपमा भीमराजका ने कहा कि हालांकि महानगरीय बाज़ार लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन गैर-महानगरीय क्षेत्र इसमें अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं. यह बदलाव एक विकेन्द्रीकृत, विविध और लचीले रोजगार सिनेरियो की ओर इशारा कर रहा है. जो नौकरी चाहने वालों के लिए अवसर पैदा करता है और देश भर के नियोक्ताओं के लिए रणनीतिक लाभ प्रदान करता है. फाउंडिट इनसाइट्स ट्रैकर (जिसे पहले मॉन्स्टर एम्प्लॉयमेंट इंडेक्स के नाम से जाना जाता था) फाउंडिट.इन प्लेटफ़ॉर्म पर ऑनलाइन जॉब पोस्टिंग एक्टीविटी के व्यापक मासिक विश्लेषण पर आधारित एक रिपोर्ट है.
मैट्रो शहरों में 14 फीसदी की ग्रोथ
इसके अलावा, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि त्योहारी सीज़न ने कंज्यूमर सेंट्रिक सेक्टर्स में नियुक्तियों को बढ़ावा दिया है, और 2024 की तुलना में वृद्धि ज़्यादा रही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बैंगलोर, हैदराबाद, चेन्नई, पुणे और कोलकाता में नियुक्तियों में साल-दर-साल 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसका श्रेय आईटी, बीएफएसआई और मीडिया एवं मनोरंजन को जाता है, साथ ही तकनीक, वित्त और मार्केटिंग पेशेवरों की मज़बूत मांग भी रही.
किन सेक्टर्स में दिखी जॉब की डिमांड
इस बीच, सभी क्षेत्रों में, बिक्री और मार्केटिंग में साल-दर-साल सबसे ज़्यादा त्योहारी वृद्धि (5 प्रतिशत) देखी गई, जिसके बाद कस्टमर केयर और ऑपरेशन (4 प्रतिशत) का स्थान रहा. कैंपेन और ओटीटी एक्टीविटी के कारण क्रिएटिव और मीडिया भूमिकाओं में भी साल-दर-साल वृद्धि (4 प्रतिशत) हुई, जबकि टेक्नोलॉजी और उत्पाद भूमिकाओं में स्थिरता (3 प्रतिशत) रही. रिपोर्ट में कहा गया है कि फाइनेंस और अकाउंटिंग सेक्टर में त्योहारी लोन और क्रेडिट गतिविधियों के अनुरूप मामूली वृद्धि हुई.