J-K: उमर सरकार पर किस घोटाले का आरोप लगा रही BJP, सीएम से मांग लिया इस्तीफा

J-K: उमर सरकार पर किस घोटाले का आरोप लगा रही BJP, सीएम से मांग लिया इस्तीफा

जम्मू-कश्मीर में हुआ टेंडर घोटाला?

जम्मू-कश्मीर के बीजेपी विधायकों ने आज यानी 30 अक्टूबर को विधानसभा से वॉकआउट किया. वो चाहते थे कि इस साल राज्य में आई बाढ़ पर चर्चा हो, लेकिन उस स्थगन प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया गया. इसके विरोध में भाजपा विधायकों ने पूरे प्रश्नकाल के दौरान खड़े रहने के बाद वॉकआउट किया. इसके अलावा बीजेपी ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की सरकार पर घोटाले का आरोप लगा दिया है और इस्तीफा मांगा है. साथ ही उन पर वादे पूरे न करने का भी आरोप लगाया है.

आज सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायक खड़े हो गए और प्रश्नकाल स्थगित करके जम्मू के बाढ़ प्रभावित इलाकों पर आधे घंटे की चर्चा की मांग करने लगे. स्पीकर अब्दुल रहीम राठेर ने उन्हें अपनी सीटों पर बैठने और प्रश्नकाल चलने देने का अनुरोध किया और कहा कि प्रश्नकाल के बाद देखेंगे. हालांकि, भाजपा सदस्य नहीं माने और अपनी मांग पर अड़े रहे.

नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने विधानसभा से बाहर आकर कहा कि अगस्त के महीने में जम्मू-कश्मीर को भारी नुकसान हुआ. बाढ़ के कारण गरीबों के घर तबाह हो गए, फसलें बर्बाद हो गईं, बागवानी की जमीन बर्बाद हो गई, इमारतें नष्ट हो गईं, पशुधन नष्ट हो गया. लोगों की उम्मीदें जम्मू-कश्मीर सरकार पर टिकी थीं. भारत सरकार के मंत्री नुकसान का आकलन करने के लिए यहां आए थे. जम्मू-कश्मीर सरकार को एक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया. लेकिन नुकसान की रिपोर्ट अभी तक भारत सरकार को नहीं सौंपी गई.

PWD में करोड़ों का घोटाला उजागर

उन्होंने आगे कहा कि दूसरी बात, आज एक बहुत बड़ा घोटाला सामने आया है. सरकार क्या छिपाना चाहती है? आज मीडिया में PWD में घोटाला उजागर हुआ है. सरकार भाग क्यों रही है? वो भ्रष्टाचार छिपाना चाहती है. करोड़ों रुपए के टेंडर आवंटित किए गए और सभी दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया गया. ये सब एक खास व्यक्ति को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया. मैं पूछ रहा हूं कि उस क्षेत्र का विधायक कौन है? उस क्षेत्र का मंत्री कौन है? क्या वह उमर साहब का करीबी मंत्री है? अगर आपको कोई संदेह है तो आपको इसे सीबीआई को सौंपना चाहिए. उमर साहब ने नौकरी, सिलेंडर, राशन और बिजली का वादा किया था. बदले में उन्होंने क्या दिया? करोड़ों रुपए का घोटाला कर दिया और यह तो एक डिवीजन का नमूना है. सीएम उमर के इस मुद्दे पर इस्तीफा दे देना चाहिए.

बीजेपी के आरोपों को NC ने नकारा

आरोपों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक सज्जाद शाहीन ने कहा कि भाजपा के पास कहने के लिए कुछ नहीं है. वे विभाजनकारी राजनीति में लगे हुए हैं और दुर्भाग्य से आज विधानसभा को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की. उन्होंने ध्रुवीकरण करने की कोशिश की. उन्होंने प्रश्नकाल में बाधा डाली. अपनी नाकामियों को छिपाने और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए उन्होंने नाटक का सहारा लिया. वे हर जगह ऐसी रणनीति अपनाते हैं. अभी जो टेंडर जारी किया गया है उस पर सवाल उठाए गए हैं. टेंडर को अभी मंजूरी दी जानी है, उसकी जांच होनी है. टेंडर पास होता या फेल होता है. ये तो प्रोसेस है, इसलिए आप टेंडर को घोटाला नहीं कह सकते.

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