
अंगदान से 4 लोगों को मिला जीवन, इंदौर में बना 65वां ग्रीन कॉरिडोर
इंदौर में 65वीं बार इंदौर में ग्रीन कॉरिडोर बना। हाईकोर्ट में महिला वकील अभिजीता राठौर की ब्रेनडेथ के बाद उनके परिजनों ने अंगदान की इच्छा जताई। अभिजीता ने मृत्यु के बाद चार लोगों को नई जिंदगी दी। इससे पहले पति ने मंगलसूत्र पहनाकर विदाई दी। पुलिस की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
तीन अस्पतालों के बीच ग्रीन कॉरिडोर
दोपहर 12 बजे इंदौर में तीन अस्पतालों के बीच ग्रीन कॉरिडोर बना। अभिजीता राठौर का लीवर सीएचएल अस्पताल और एक किडनी जुपिटर अस्पताल और दूसरी चोइथराम अस्पताल में भर्ती मरीजों के शरीर में प्रत्यारोपित की गई। इसके अलावा दो कार्निया व त्वचा भी दान की गई। निमोनिया के कारण उपचार के लिए भर्ती अभिजीता के दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था, जबकि शरीर के बाकी अंग काम कर रहे थे। इस कारण परिजनों ने अंगदान की
लंग्स इन्फेक्शन से बिगड़ी तबीयत
भाई अभिजीत के अनुसार, अभिजीता को लंग्स में इन्फेक्शन के कारण 25 अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उनके ब्रेन में ब्लड क्लॉट (खून जमना) हो गया, जिसके चलते डॉक्टरों ने शनिवार को उन्हें ब्रेन डेड घोषित किया।

पति ने पहनाया मंगलसूत्र, दी भावनात्मक विदाई
स्वीकृति दी। जब अभिजीता को व अस्पताल से ले जाया जाने लगा तो व पति प्रवीण ने मंगलसूत्र पहनाकर अधर्धागिनी को विदा किया।




