भारत की आर्थिक चाल से हिली US की रणनीति! चीन को एक्सपोर्ट में 22% की छलांग; बढ़ेगी ट्रंप की बेचैनी


India-China Trade: भारत और चीन के संबंधों में तेजी से सुधार हो रहा है. वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में भारत का चीन को निर्यात लगभग 22% बढ़ा है. अप्रैल-सितंबर 2025 में चीन को भारत का निर्यात 8.41 अरब डॉलर रहा है. ये अप्रैल-सितंबर 2024 में 6.90 अरब डॉलर था. इस तरह इसमें 22% की ग्रोथ दर्ज की गई है. ये ग्रोथ मुख्य रूप से टेलीफोन सेट, झींगा, एल्युमीनियम और कैप्सिकम में देखी गई है. एनालिस्ट इसे सकारात्मक संकेत मान रहे हैं.अगस्त से अमेरिका द्वारा भारतीय सामानों पर टैरिफ लगाए जाने के बाद भारत से चीन को निर्यात 34% बढ़कर 1.47 अरब डॉलर हो गया है, ये सितंबर 2024 में 1.09 अरब डॉलर था.

टैरिफ का असर

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका द्वारा भारत पर 50% का टैरिफ लगाने से झींगा और एल्युमीनियम जैसे उत्पादों के निर्यात पर बहुत बुरा असर पड़ा है. झींगा उद्योग को भारी नुकसान हुआ है, जिसके कारण ऑर्डर रद्द हो गए हैं और कीमतों में कमी आई है. लेकिन चीनी मार्केट में इन सामानों की अच्छी-खासी मांग देखी गई है. दिलचस्प बात ये है कि भारतीय निर्यातक ऑर्गेनिक लाइट एमिटिंग डायोड (OLED) के फ्लैट पैनल डिस्प्ले मॉड्यूल और सूखे बीन्स जैसे नए प्रोडक्ट्स का चीन को सफलतापूर्वक निर्यात कर रहे हैं.

टेलीफोन सेट के पार्ट्स के निर्यात में 162% की ग्रोथ

टेलीफोन सेट के पार्ट्स के निर्यात में भी 162% की ग्रोथ दर्ज की गई, ये FY25 की पहली छमाही में 178.42 मिलियन डॉलर से बढ़कर 2025-26 में 467.65 मिलियन डॉलर हो गया है. भारत के फ्रोजन झींगे और प्रॉन्स के निर्यात में भी 25% की ग्रोथ देखी गई. ये निर्यात FY24-25 की पहली छमाही में 373.03 मिलियन डॉलर से बढ़कर FY25-26 की पहली छमाही में 467.51 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया है.

इसी तरह, सल्फर के निर्यात में 175% से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो 116.80 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. वहीं, एल्युमिनियम के निर्यात में भी करीब 59% की ग्रोथ हुई है ये 191.93 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया है.