
सिराज-बुमराह पर उठे सवाल
Jasprit Bumrah, Siraj, Arshdeep Singh Flop Performance: इंग्लैंड दौरे की शुरुआत से पहले टीम इंडिया की तैयारियां उम्मीद के मुताबिक नहीं चल रही हैं। इंट्रा स्क्वॉड प्रैक्टिस मैच के दूसरे दिन भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन खराब रहा। स्टार गेंदबाज विकेट लेने में नाकाम रहे। वहीं बल्लेबाजों ने शानदार फॉर्म दिखाते हुए इंडिया ए को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। ऐसे में आगामी टेस्ट सीरीज से पहले गेंदबाजी यूनिट की फॉर्म टीम मैनेजमेंट के लिए चिंता का विषय बन गई है।
शतकवीर सरफराज की पारी
इंट्रा स्क्वॉड मैच के दूसरे दिन भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार खेल दिखाया। ओपनर अभिमन्यु ईश्वरन ने 39 रन बनाकर अच्छी शुरुआत दी। साई सुदर्शन ने 38 रनों की पारी में सात चौके लगाए। असली आकर्षण सरफराज खान रहे, जिन्होंने 101 रनों की शानदार पारी खेली और रिटायर्ड आउट होकर लौटे। सरफराज की पारी में 15 चौके और 2 छक्के शामिल थे। इसके बाद इशान किशन ने नाबाद 45 और शार्दुल ठाकुर ने 19 रन बनाकर स्कोर 6 विकेट पर 299 रनों तक पहुंचाया। वॉशिंगटन सुंदर ने भी 35 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली, जिसमें तीन शानदार छक्के शामिल थे।
सिराज-बुमराह पर उठे सवाल
इंट्रा स्क्वॉड मैच के दौरान भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने 12 ओवर में 86 रन लुटा दिए और सिर्फ 2 विकेट ही निकाल सके। जसप्रीत बुमराह भी प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे और 7 ओवर में बिना विकेट लिए 36 रन दे बैठे। अर्शदीप सिंह ने 12 ओवर में 52 रन खर्च किए लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी। प्रसिद्ध कृष्णा ने 10 ओवर में 41 रन देकर 2 विकेट लिए और सबसे किफायती साबित हुए। केएन रेड्डी को भी 9 ओवर में 68 रन देकर केवल एक विकेट मिला। वहीं रवींद्र जडेजा ने सिर्फ एक ओवर डाला जिसमें 3 रन आए।
इंग्लैंड दौरे से पहले गेंदबाजों की फॉर्म ने बढ़ाई चिंता
यह इंट्रा-स्क्वाड मैच 20 जून 2025 से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए टीम इंडिया की तैयारी का अहम हिस्सा था। इस मैच में गेंदबाजों के खराब प्रदर्शन ने टीम प्रबंधन की चिंता बढ़ा दी है। खासकर जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे अनुभवी गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन वे उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। वहीं बल्लेबाजों की फॉर्म टीम इंडिया के लिए राहत की बात है। ऐसे में कोच और कप्तान को गेंदबाजों की फिटनेस, लाइन-लेंथ और रणनीति पर गंभीरता से काम करना होगा, ताकि इंग्लैंड के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को चुनौती दी जा सके।