गर्मी में टमाटर की कीमत हुई ‘लाल’, इतने रुपए किलो पहुंचा भाव, क्या आगे और बढ़ेगी कीमत? ˌ

गर्मी में टमाटर की कीमत हुई 'लाल', इतने रुपए किलो पहुंचा भाव, क्या आगे और बढ़ेगी कीमत?

टमाटर की कीमत

राजधानी दिल्ली में गर्मी का कहर केवल तापमान तक सीमित नहीं रहा, अब इसका असर आम जनता की रसोई तक भी पहुंच चुका है. खासकर टमाटर की कीमतों में बीते कुछ दिनों से जबरदस्त उछाल देखने को मिला है. जहां कुछ दिन पहले टमाटर 40 से 50 रुपए प्रति किलो बिक रहा था, वहीं अब इसका रेट बढ़कर 70 से 80 रुपए किलो तक पहुंच गया है. दिल्ली की प्रमुख सब्जी मंडियों—आजादपुर, गाजीपुर और ओखला में टमाटर की आवक में भारी कमी दर्ज की गई है, जिससे रेट तेजी से चढ़ गए हैं.

आजादपुर मंडी में इतना महंगा हुआ टमाटर

आजादपुर मंडी वेजिटेबल ट्रेडर्स एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी अनिल मल्होत्रा के मुताबिक, तेज गर्मी के कारण कई राज्यों में टमाटर की फसल बर्बाद हो गई है. विशेष रूप से जून और जुलाई के महीने में लोकल टमाटर की फसल खत्म हो जाती है और आपूर्ति शिमला व बेंगलुरु जैसे दूर-दराज के इलाकों से होती है. इस कारण टमाटर की ट्रांसपोर्ट लागत भी बढ़ जाती है और गर्मी के कारण खराब होने की संभावना भी ज्यादा रहती है. मंडियों में बेंगलुरु से आने वाला टमाटर इस समय 1000 रुपए प्रति 25 किलो की दर से बिक रहा है, जबकि कुछ दिन पहले यह 700-800 रुपए में मिल रहा था.

रिटेल में इतने रुपए किलो है टमाटर की कीमत

रिटेल कारोबारियों का भी यही कहना है कि बीते तीन दिनों में टमाटर के दामों में अचानक तेजी आई है. गाजीपुर और ओखला मंडियों से माल खरीदने वाले रिटेलर अब इसे 70 से 80 रुपए प्रति किलो तक बेचने को मजबूर हैं. इसके साथ ही प्याज के दाम में भी 3 से 5 रुपए प्रति किलो की बढ़ोतरी देखी जा रही है.

केशवपुर मंडी के दुकानदारों ने बताया कि शिमला और बेंगलुरु से आने वाले टमाटर की एक कैरेट में करीब 5 किलो टमाटर गर्मी के कारण खराब हो जाता है, जिससे 20 किलो ही बिकने लायक बचता है. इस नुकसान की भरपाई भी दाम बढ़ाकर की जाती है.

कब मिलेगी कीमतों में राहत

जानकारों का कहना है कि जब तक बारिश नहीं होती और लोकल फसल मंडियों में नहीं पहुंचती, तब तक टमाटर की कीमतों में राहत मिलना मुश्किल है. ऐसे में आम जनता को आने वाले दिनों में महंगे टमाटर का सामना करना पड़ सकता है.

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