
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल कतर के नेताओं से बात करते हुए
भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल अपने दो दिवसीय दौरे पर दोहा में है. सोमवार को पीयूष गोयल ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की. इस दौरान पीयूष गोयल ने कहा कि भारत और कतर के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) यानी मुक्त व्यापार समझौता अगले साल के मध्य या 2026 की तीसरी तिमाही तक तय हो सकता है. इस समझौते से दोनों ही देशों को बहुत लाभ होगा.
पीयूष गोयल ने बताया कि दोनों देशों के बीच बातचीत बहुत सकारात्मक और रचनात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है. हम उम्मीद करते हैं कि अगले वर्ष के मध्य तक या तीसरी तिमाही तक भारत और कतर के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर सहमति बन जाएगी. अभी दोनों देशों के बीच बातचीत का दौर जारी है. माना जा रहा है कि ट्रंप टैरिफ के जवाब में भारत अब कतर से अपने व्यापार को मजबूती देना चाहता है. कतर भी अमेरिका से दूरी बनाते हुए भारत से रिश्ते मजबूत कर रहा है.
इन देशों से भी चल रही बात
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारत पेरू, चिली और कुछ अन्य देशों के साथ भी फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) को लेकर बातचीत कर रहा है, ताकि भारतीय व्यापार को वैश्विक स्तर पर और मजबूती दी जा सके. उन्होंने बताया कि भारतीय व्यापार को नया आयाम देना है, इसी को नजर में रखते हुए कतर पेरू, चिली और कुछ अन्य देशों से लगातार बात चल रही है. आने वाले दिनों में ये बातचीत सकारात्मक रूप लेगी.
भारत और कतर के बीच 14 बिलियन डॉलर का ट्रेड
पीयूष गोयल ने बताया कि अभी भारत और कतर के बीच 14 बिलियन डॉलर का ट्रेड होता है और इसे 2030 तक 30 बिलियन डॉलर करने का लक्ष्य है. इसके लिए FTA की भूमिका बहुत अहम है. उन्होंने बताया कि कतर के साथ कृषि, खाद्य उत्पाद, गैर-पारंपरिक ऊर्जा, नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत, डेटा सेंटर, पर्यटन, सौंदर्य प्रसाधन, फार्मा और कृत्रिम मेधा में सहयोग बढ़ाने की काफी संभावनाएं हैं.
सीआईआई और फिक्की जैसे संगठन से उम्मीद
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कतर भारत में अच्छे प्रवर्तकों और अच्छी परियोजनाओं की तलाश में हैं और मुझे उम्मीद है कि सीआईआई और फिक्की जैसे हमारे संगठन निवेश के बहुत अच्छे अवसर प्रदान करेंगे. कतर खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) में भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है, जिसका द्विपक्षीय व्यापार 2024-25 में 14.15 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक था.