
सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क
उत्तर प्रदेश के संभल में इन दिनों मस्जिद गिराने को लेकर विरोध देखने को मिल रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ आई लव मोहम्मद कैंपेन को लेकर भी तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. इस बीच सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क हयात नगर एक जश्न-ए-ग़ौसुल-वरा में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने मंच ऐ कहा कि हमारे बुजुर्गों ने इस मिट्टी के लिए जान दी है. हमारी तारीख कुर्बानियों से भरी है. इस्लाम सिखाता है, जिस मुल्क में रहो, उससे मोहब्बत करो और वफ़ा निभाओ.
जियाउर रहमान बर्क ने कहा कि इस्लाम की मोहब्बत और मुल्क से वफादारी है. वफादार हैं और ये चीज हमें साबित करने की जरूरत नहीं है. हमें अपनी तारीख पर शर्मिंदा होने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि फख्र महसूस करेंगे. आज हमारी जो नस्लें हैं, वो ही हमारी अपनी तारीख को भूल गए हैं.सच्चा मुसलमान देश और धर्म दोनों का सम्मान करता है.
उन्होंने कहा कि हम अपने मजहब, अपने इस्लाम, अपने अक़ीदे पर मजबूती से कायम हैं. इसके साथ ही हम अपने मुल्क के लिए भी वफादार हैं. उन्होंने कहा कि हमारे बुजुर्गों ने इस मिट्टी के लिए जान दी है. हमारी तारीख कुर्बानियों से भरी है. इस्लाम सिखाता है कि जिस मुल्क में रहो, उससे मोहब्बत करो और उसकी वफ़ा निभाओ.
आई लव मोहम्मद कैंपेन पर क्या बोले थे सांसद
सांसद के इस बयान से ठीक पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने संभल की मस्जिद गिराने को लेकर मस्जिद कमेटी को झटका दिया था. कोर्ट ने कमेटी को निचली अदालत में जाने का आदेश दिया था. इस पूरे विवाद पर सांसद ने कहा था कि पैगंबर मोहम्मद का पैग़ाम हमेशा शांति और भाईचारे का रहा है. आई लव मोहम्मद लिखना या पोस्टर लगाना न किसी की आस्था को ठेस पहुंचाता है और न ही कोई ग़लत संदेश देता है. उन्होंने कहा कि इस नाम पर गलत प्रचार करना गलत है. बुलडोजर कार्रवाई पर उन्होंने कहा कि सजा देना अदालत का काम है, प्रशासन का नहीं.