
बुजुर्गे का इलाज
दिल्ली एम्स में डॉक्टरों का अपॉइंटमेंट आसानी से नहीं मिल पाता है. ऑनलाइन में महीनों की वेटिंग होती है और ऑफलाइन काफी भीड़, लेकिन बुजुर्गों (60 साल से अधिक उम्र वालों) के लिए ऐसा नहीं है. एम्स में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के इलाज के लिए नेशनल सेंटर फॉर एजिंग है. जिसमें हाल ही में कई सुविधाओं को बढ़ाया गया है. इस सेंटर में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए न तो लंबी लाइनों में लगना पड़ता है और न ही ऑनलाइन वेटिंग होती है. अधिकतर मामलों में टोकन के हिसाब से जल्द से जल्द नबंर मिल जाता है. खासबात ये है कि इस एक सेंटर में बुजुर्गों को सभी तरह का इलाज एक ही छत के नीचे मिल जाता है.
एम्स में जेरियाट्रिक विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर अंबिका सिंह ने बताया कि यह वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के साथ मिलकर बना सेंटर है यहां बुजुर्गों के लिए सामान्य ओपीडी से लेकर, सर्जरी और मेंटल हेल्थ काउंसलिंग तक की सुविधा उपलब्ध है. नेशनल सेंटर फॉर एजिंग में हार्ट ट्रीटमेंट से लेकर हड्डियों की बीमारी और बुजुर्गों की कॉमन बीमारी जैसे डिमेंशिया तक का भी इलाज है.
यहां ओपीडी में हर प्रकार के डॉक्टर बुजुर्गों को देखते हैं और अलग- अलग डॉक्टर से मिलने के लिए उनको दूसरे विभागों में जाने की जरूरत नहीं पड़ती है. इस एक सेंटर में ही सभी ट्रीटमेंट किए जाते हैं. अगर लगता है कि समस्या ज्यादा है तो उसके आधार पर ही एम्स में अन्य स्पेशल विभागों में यहां से रेफर किया जाता है.
सभी तरह की जांच की जाती है
डॉ अंबिका ने बताया कि इस सेंटर में एक्सरे- अल्ट्रासाउंड से लेकर सभी तरह की ब्लड टेस्ट रिपोर्ट भी की जाती है. सेंटर में मेडिकल ऑन्कोलॉजी की सुविधा भी मौजूद है. सेंटर में बुजुर्गों के लिए फिजिकल मेडिसिन और रिहेबिलिटेशन जैसी विभिन्न क्लीनिकों की एक्सपर्टीज को एक साथ रखा गया है.
डॉ अंबिका ने बताया कि बुजुर्ग महिलाओं के लिए इस सेंटर में गायनेकोलॉजी की सुविधा है और साथ ही फिजियोथेरेपी से लेकर डायटिशियन भी हैं. ताकि बुजुर्गों को उनकी बीमारी के हिसाब से डाइट दी जाए.
ऐसे मिलता है अपॉइंटमेंट
डॉ अंबिका ने बताया कि इस सेंटर में अपॉइंटमेंट ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से ही मिल जाता है. यहां वेंटिग नहीं करनी पड़ती है. टोकन के हिसाब से नंबर लगता है और बुजुर्ग लोगों को उनकी स्वास्थ्य समस्या के हिसाब से ओपीडी में देखा जाता है. नेशनल सेंटर फॉर एजिंग में 60 साल से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति अपना इलाज करा सकता है भले ही बीमारी कोई भी हो.
डॉ अंबिका के मुताबिक, नेशनल सेंटर फॉर एजिंग को बुजुर्गों के लिए और भी बेहतर बनाने की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है. यहां ऑपरेशन थियेटर भी शुरू किए गए हैं. भविष्य में बेड्स की संख्या बढ़ाने पर भी काम किया जा रहा है.