पेशाब करना हमारे शरीर की एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो शरीर से अवांछित और विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती है। यह प्रक्रिया सिर्फ शरीर की सफाई ही नहीं बल्कि हमारे स्वास्थ्य से सीधा जुड़ा हुआ एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। लेकिन अक्सर लोग जाने-अनजाने में पेशाब करने की आदतों में ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो धीरे-धीरे गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती हैं। यह सच है कि सुबह उठते ही हमें स्वाभाविक रूप से सबसे पहले पेशाब या शौच की इच्छा होती है, लेकिन कई बार लोग इसे नजरअंदाज करते हैं और देर तक रोक कर रखते हैं। यह छोटी सी आदत समय के साथ इतनी बड़ी समस्या खड़ी कर सकती है कि आपको पूरे जीवन पछताना पड़ सकता है।

हमारे समाज में ज्यादातर लोगों की यह आदत बन जाती है कि जब भी उन्हें पेशाब की इच्छा होती है तो वे उसे तुरंत करने के बजाय रोके रखते हैं। चाहे ऑफिस का माहौल हो, सफर में असुविधा हो या घर में लापरवाही, लोग पेशाब की आवश्यकता को टालते रहते हैं। वे तब जाते हैं जब बिल्कुल मजबूरी हो जाती है और और अधिक देर तक रोका नहीं जा सकता। लेकिन शायद आपको यह पता नहीं कि शरीर की इस स्वाभाविक क्रिया को रोकना आपके ब्लैडर यानी मूत्राशय पर सीधा बुरा असर डालता है। लगातार ऐसा करने से धीरे-धीरे ब्लैडर की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं और एक समय ऐसा आ सकता है कि आप ब्लैडर को नियंत्रित नहीं कर पाएंगे। यही नहीं, लंबे समय तक बार-बार पेशाब रोकना गुर्दों की सेहत के लिए भी हानिकारक है और इससे किडनी धीरे-धीरे खराब होना शुरू हो सकती है।
कभी-कभी पेशाब रोके रहने के साथ-साथ लोग टाइट कपड़े पहनने की भी गलती करते हैं। ऐसे कपड़े मूत्राशय पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं। जब ब्लैडर को फैलने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं मिलता, तो उसमें बार-बार तनाव होता है जिससे वहां पर संक्रमण और सूजन जैसी समस्या खड़ी हो सकती है। यह दबाव अगर लंबे समय तक बना रहे तो यह गंभीर रोगों का कारण बन सकता है। कई बार यह आदत बार-बार पेशाब आना, पेशाब करते समय जलन, मूत्र रुकना, या यहां तक कि पेशाब में खून आने जैसी खतरनाक समस्याओं को जन्म देती है।
अगर आप बार-बार पेशाब रोक कर रखते हैं, तो सिर्फ ब्लैडर ही नहीं बल्कि पूरे मूत्र मार्ग (Urinary Tract) पर इसका नकारात्मक असर पड़ता है। पेशाब को देर तक रोकने से उसमें मौजूद बैक्टीरिया समय पर बाहर नहीं निकल पाता। यह बैक्टीरिया मूत्राशय में ही विकसित होने लगता है और इससे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन यानी यूटीआई हो सकता है। महिलाओं में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है क्योंकि उनके यूरेथ्रा की लंबाई कम होती है और बैक्टीरिया तेजी से संक्रमण फैला सकता है। वहीं पुरुषों में भी लगातार पेशाब रोकने की वजह से प्रोस्टेट और किडनी पर असर दिखाई देने लगता है।
इसलिए यह समझना बेहद जरूरी है कि पेशाब को रोकना कभी भी सही आदत नहीं है। यह केवल कुछ मिनट की सुविधा के लिए आपकी जिंदगी पर भारी पड़ सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी हमेशा यही सलाह देते हैं कि जब भी पेशाब की इच्छा हो उसे तुरंत पूरा कर लेना चाहिए। पेशाब की प्राकृतिक प्रक्रिया को टालना आपके शरीर के लिए बोझ बढ़ाना है।
संक्षेप में कहें तो यह आदत छोटी लग सकती है लेकिन इसके परिणाम बेहद गंभीर हो सकते हैं। आज से ही इस गलती को करना बंद करें और खुद को गंभीर बीमारियों से बचाएं। याद रखें, शरीर हमें संकेत देता है ताकि हम समय रहते अपनी देखभाल कर सकें। अगर आपने इन संकेतों को अनसुना किया तो आपको किडनी, यूटीआई और ब्लैडर से जुड़ी खतरनाक बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।