‘पुतिन हमारे एयरस्पेस से गुजरे तो उतार लेंगे विमान’, डोनाल्ड ट्रंप से मिलने कैसे जाएंगे रूसी राष्ट्रपति? इस देश ने दे दी खुली धमकी!

‘पुतिन हमारे एयरस्पेस से गुजरे तो उतार लेंगे विमान’, डोनाल्ड ट्रंप से मिलने कैसे जाएंगे रूसी राष्ट्रपति? इस देश ने दे दी खुली धमकी!

Vladimir Putin: हाल ही में रूस के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अलास्का में मुलाकात हुई थी। यह मीटिंग रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को समाप्त करने को लेकर हुई थी।

अब एक बार फिर से ट्रंप और पुतिन की मीटिंग होने जा रही है। यह मुलाकात हंगरी में होने वाली है।

इस मुलाकात से पहले पोलैंड ने रूस के प्रेसिडेंट पुतिन को धमकी दे डाली है। जी हां, पोलैंड ने मंगलवार को प्रेसिडेंट पुतिन को चेतावनी दी है कि अगर वह ट्रंप से मिलने के लिए पोलिश हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करते हैं तो इनकी फ्लाइट को मजबूरन उतारा जा सकता है।

पुतिन को हिरासत में लेने के लिए बाध्य हो सकता है – पोलैंड के विदेश मंत्री

विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पोलैंड के विदेश मंत्री राडोस्लाव सिकोरस्की ने एक साक्षात्कार के दौरान पुतिन को धमकी दी है। उन्होंने कहा – मैं यह नहीं कह सकता कि एक स्वतंत्र पोलिश अदालत सरकार को ऐसे विमान को उतरने का आदेश नहीं दे सकती ताकि संदिग्ध को हेग में अदालत के हवाले किया जा सके।

उन्होंने आगे कहा – अगर यह शिखर सम्मेलन वास्तव में होना है, तो संभावना है कि विमान को अलग मार्ग अपनाना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अदालत के आदेश के अनुसार, पोलैंड आईसीसी के वॉरंट को मानते हुए पुतिन को हिरासत में लेने के लिए बाध्य हो सकता है।

पोलैंड ने क्यों दी ये धमकी?

विभिन्न मीडिया रिपोर्टों ने अनुसार, इंटरनेशनल कोर्ट ने रूसी प्रेसिडेंट पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया है। पुतिन पर आरोप है कि उन्होंने यूक्रेन से सैकड़ों बच्चों को अवैध रूस से देश छोड़ने को मजबूर किया है। मिली जानकारी के अनुसार, रूस आईसीसी की आधिकार क्षेत्र को मान्यता नहीं देता और इन आरोपों को खारिज करता है। वहीं, अब पोलैंड के विदेश मंत्री के द्वारा रूस के प्रेसिडेंट को दी गई इस धमकी की दुनिया भर में चर्चा हो रही है।

उधर, हंगरी के पीएम विक्टर ऑर्बान ने रूसी प्रेसिडेंट की सुरक्षा की गारंटी दी है। उन्होंने कहा है कि हंगरी सुनिश्चित करेगा कि रूसी प्रेसिडेंट पुतिन अच्छे से शिखर सम्मेलन में सिर्फ भाग ही न लें, बल्कि यहां इसमें शामिल होने के बाद अच्छे और सुरक्षित अपने देश को लौट भी जाएं। यहां बता दें कि हंगरी में ट्रंप और पुतिन की होने वाली इस मुलाकात पर दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं। हालांकि, अभी तक इसकी कोई आधिकारिक डेट की पुष्टि नहीं हुई है।