सिर्फ 60 दिन में ‘फुल टाइम गोल्फर’ कैसे बन गया क्रिकेट का हीरो? टीम इंडिया को भी दे चुका है दर्द “ • ˌ

सिर्फ 60 दिन में 'फुल टाइम गोल्फर' कैसे बन गया क्रिकेट का हीरो? टीम इंडिया को भी दे चुका है दर्द

पिछले करीब 10 साल से खेल रहे मिचेल सैंटनर अब न्यूजीलैंड क्रिकेट के हीरो बनने के करीब हैं.Image Credit source: Getty Images

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल अब ज्यादा दूर नहीं है. ये फैसला हो चुका है कि मुकाबला किन दो टीमों के बीच होगा. पूरे 25 साल के बाद एक बार फिर भारत और न्यूजीलैंड के बीच इस ट्रॉफी को हासिल करने के लिए भिड़ेंगे. दोनों टीमें स्टार खिलाड़ियों से भरी पड़ी हैं, जिन्होंने सिर्फ इस टूर्नामेंट में ही नहीं, बल्कि अपने लंबे करियर में भी कई बार कमाल का प्रदर्शन किया है. मगर एक ऐसा खिलाड़ी भी है, जो खुद को क्रिकेटर नहीं बल्कि गोल्फर मानता है और अब बिना किसी हो-हल्ले के अपनी टीम का हीरो बन गया है. ये खिलाड़ी हैं न्यूजीलैंड के कप्तान मिचेल सैंटनर.

रविवार 9 मार्च को जब भारत और न्यूजीलैंड की टीमें मैदान पर उतरेंगी, तो नजरें विराट कोहली, रोहित शर्मा, मोहम्मद शमी, हार्दिक पंड्या, केन विलियमसन, ग्लेन फिलिप्स और रचिन रवींद्र जैसे खिलाड़ियों पर रहेंगी. ये वो नाम हैं, जो मीडिया में छाए रहते हैं. सुर्खियां बनते और बनाते हैं. सोशल मीडिया पर रोज नए ट्रेंड्स का कारण बनते हैं. मगर इन मिचेल सैंटनर इनसे बिल्कुल अलग हैं क्योंकि वो इनमें से किसी का भी हिस्सा नहीं होते. इसके बावजूद जब 9 मार्च को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में वो उतरेंगे तो उनके पास सुर्खियों में आने और ट्रेंड्स का कारण बनने का मौका होगा.

मगर सैंटनर अचानक कैसे न्यूजीलैंड के हीरो बन गए? इसके पीछे पिछले 60 दिनों की अहम भूमिका है. वैसे तो बाएं हाथ के स्पिन-ऑलराउंडर सैंटनर पिछले लगभग 10 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट में सक्रिय हैं और इस दौरान न्यूजीलैंड को कई अहम मुकाबले जिता चुके हैं लेकिन पिछले 60 दिन उनके लिए खास रहे हैं. असल में 18 दिसंबर को सैंटनर को न्यूजीलैंड का फुल टाइम वाइट-बॉल कैप्टन नियुक्त किया गया था. इससे पहले कुछ मौकों पर वो टीम की कप्तानी कर चुके थे लेकिन इस बार ये जिम्मेदारी पूरी तरह से उनके कंधों पर आ गई. इसके बाद से ही इस खिलाड़ी ने अपनी टीम को मुश्किल हालातों और सीमित संसाधनों के साथ लगातार आगे बढ़ाते रहे हैं.

सैंटनर के कप्तान बनने के बाद न्यूजीलैंड की पहली सीरीज जनवरी के पहले हफ्ते में श्रीलंका के खिलाफ थी. न्यूजीलैंड ने ये वनडे सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली. फिर इसके बाद टी20 सीरीज भी इस स्कोरलाइन के साथ न्यूजीलैंड की झोली में आई. इसके बाद बारी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए तैयारी की थी और इसके लिए कीवी टीम पाकिस्तान दौरे पर गई, जहां उसे साउथ अफ्रीका और पाकिस्तान के साथ सीरीज खेलनी थी. न्यूजीलैंड ने फाइनल में पाकिस्तान को हरारकर ये सीरीज भी अपने नाम कर ली और अब चैंपियंस ट्रॉफी में भी सैंटनर की कप्तानी में कीवी टीम का कमाल जारी है, जिसके दम पर वो 16 साल बाद इस टूर्नामेंट का फाइनल खेलेगी.

वैसे तो सैंटनर पिछले 10 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहे हैं और साथ ही दुनियाभर की अलग-अलग टी20 लीग में भी हिस्सा लेते हैं. इसके बावजूद वो खुद को सिर्फ पार्ट टाइम क्रिकेटर ही बताते हैं. जी हां, इंस्टाग्राम पर उन्होंने अपनी पहचान फुल टाइम गोल्फर और पार्ट टाइम क्रिकेटर की बताई है. वो गोल्फ खेलते हुए भी काफी वक्त बिताते हैं.

अब वो अपने देश को 25 साल बाद एक बड़ी सफलता दिलाने के करीब हैं, जहां उनका सामना उस टीम से है, जिसे वो पहले भी परेशान करते रहे हैं. पिछले साल टेस्ट सीरीज में ही सैंटनर ने भारत के खिलाफ 13 विकेट लेकर हार की कहानी लिखी थी. वहीं 2016 के टी20 वर्ल्ड कप में भी भारत के खिलाफ 4 विकेट हासिल किए थे. इसी तरह टी20 वर्ल्ड कप 2021 में भी उन्होंने भारत के खिलाफ 1 विकेट लिया था. ऐसे में फाइनल में एक बार फिर वो टीम इंडिया के लिए खतरा बन सकते हैं और साथ ही अपने देश के नए हीरो भी बन सकते हैं.