मौजूदा फेस्टिव सीजन हाउसिंग मार्केट के तीन तिमाहियों के सूखे को खत्म कर सकता है. बाजार को उम्मीद है कि मौजूदा फेस्टिव सीजन में देश के हाउसिंग सेक्टर को फिर से पंख लग सकते हैं. वैसे रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ये तेजी साल 2024 के आंकड़े को छूने में कामयाब नहीं होगी. लेकिन उस अंतर को कम कर सकती है, जो बीते तीन तिमाहियों में काफी बढ़ गया है. डेवलपर्स का मानना है कि मौसमी रूप से मजबूत अक्टूबर-दिसंबर तिमाही स्थिर ब्याज दरों, त्योहारी ऑफर्स और प्रीमियम सेगमेंट में मजबूत डिमांड के कारण इस अंतर को कम कर सकती है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर किस तरह के आंकड़े देखने को मिले हैं.
लगातार तीन तिमाहियों में गिरावाट
एनारोक के अनुसार, 2025 की तीसरी तिमाही में हाउसिंग सेल्स साल-दर-साल (Y-o-Y) 9 फीसदी घटकर 97,080 यूनिट रह गई. जबकि कुल बिक्री का वैल्यू 14 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.52 लाख करोड़ रुपए हो गया. इसका मतलब है कि प्रीमियम सेगमेंट के घरों की डिमांड ज्यादा देखने को मिल रही है. 2025 की पहली और दूसरी तिमाही में, बिक्री में क्रमशः 28 फीसदी और 20 फीसदी की गिरावट आई थी. जानकारों की मानें तो 2024 की तुलना में मौजूदा साल में ग्रोथ में थोड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है. इसके कई कारण हैं. मौजूदा साल में कई व्यापक आर्थिक और भू-राजनीतिक चुनौतियां सामने आई हैं. जिसकी वजह से पिछली तीन तिमाहियों में हाउसिंग सेल्स में गिरावट देखने को मिली है.
क्या कहते हैं जानकार
एनारॉक ग्रुप के वीसी संतोष कुमार ने मीडिया रिपोर्ट में कहा कि फेस्टिव क्वार्टर हाउसिंग सेल्स में करीब 35 फीसदी का योगदान देता है. उन्होंने कहा कि इस फेस्टिव क्वार्टर में घरों की बिक्री में इजाफा देखने को मिल सकता है. घर खरीदारों का विश्वास मजबूत है. साथ ही फंडामेंटल भी काफी स्ट्रांग देखने को मिल रहा है. वहीं दूसरी ओर एनेक्स एडवाइजरी के सीईओ और एमडी संजय डागा ने बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट में कहा कि साल 2025 की सेल पिछले साल के मुकाबले में कम रहने का अनुमान है. उसका कारण सेल्स में लगातार गिरावट है. जोकि बीती 3 तिमाहियों से लगातार देखने को मिल रही है. खास बात तो ये है कि साल 2024 में टॉप 7 शहरों में हाउसिंग सेल में 4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी और आंकड़ा 4.59 लाख मकान रह गया था. डागा ने कहा कि इस बार फेस्टिव ऑफर्स और लॉन्चिंग में तेजी देखने को मिल सकती है, लेकिन रफ्तार स्लो रहने की उम्मीद है.