
कोलकाता। महानगर से सटे दक्षिण 24 परगना जिले के सोनारपुर से पांच बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। सोमवार को गिरफ्तार लोगों को बारुईपुर कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर रविवार की रात सोनारपुर थाना क्षेत्र के बैकुंठपुर इलाके से इन्हें दबोचा है।
पुलिस इसकी जांच कर रही है कि वे यहां कैसे और क्यों आए थे। शुरुआत में पता चला कि पांचों लोग एक साल से अधिक समय से सोनारपुर के बैकुंठपुर इलाके में एक किराए के मकान में अपनी पहचान छिपाकर रह रहे थे। वे एक कपड़ा निर्माता कंपनी में मजदूरी करते थे।
इन पांच लोगों को किया गया गिरफ्तार
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वे अवैध रूप से भारत आए थे। इलाके के निवासियों से उनका उस तरह का जुड़ाव नहीं था। नतीजतन, कोई भी स्थानीय लोग उनके बारे में ज्यादा नहीं जानता। जिस घर में पांचों बांग्लादेशी रहते थे उसका मालिक फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। गिरफ्तार किए गए पांच लोगों के नाम तुषार अहमद, इस्माइल हुसैन, समीदुल इस्लाम, मोहम्मद शमीम और मोहम्मद जलील हैं।
इन पांच लोगों में से चार तो वैध तरीके से भारत आए लेकिन जलील अवैध तरीके से आ या था। पुलिस को पता चला कि वे उत्तर 24 परगना जिले की सीमा से होकर भारत में दाखिल हुआ था। गिरफ्तार किए गए लोगों में जलील ने भारत आकर फर्जी आधार कार्ड बनाए। शेष चार अपना ‘पर्यटक वीजा’ समाप्त होने के बाद भी भारत में ही रह गए।
पांचों बांग्लादेश के अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार लोगों के घर बांग्लादेश के ढाका, कुष्टिया, बारीसाल और लक्ष्मीपुर में हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक व्यक्ति बांग्लादेश में भी आरोपों का सामना कर रहा है। बांग्लादेशी सिम कार्ड चारों के पास मिले हैं।
सूत्रों के मुताबिक, वे जुलाई 2023 में भारत आएं तब से वे सोनारपुर के अलग-अलग इलाकों में रह रहे थे सभी एक गंजी फैक्ट्री में काम करते थे। पुलिस बता लगा रहा है कि क्या वे इस देश में आने के बाद किसी अपराध में शामिल थे बारुईपुर पुलिस जिला अधीक्षक पलाशचंद्र ढाली ने बताया कि सभी से पूछताछ की जा रही है।