रफ्तार का कहर…सड़क पर बिखरीं लाशें, खून से सने लोग; मातम में बदलीं खुशियां.!!

रफ्तार का कहर…सड़क पर बिखरीं लाशें, खून से सने लोग; मातम में बदलीं खुशियां.!!

आगरा। थाना न्यू आगरा के केंद्रीय हिंदी संस्थान रोड स्थित नगला बूढ़ी में शुक्रवार रात को तेज रफ्तार कार ने 7 लोगों को चपेट में ले लिया। हादसे में बाइक सवार डिलीवरी बाॅय के साथ पांच की मौत हो गई।

आगरा के नगला बूढ़ी में तेज रफ्तार कार से हुए हादसे के बाद पांच परिवारों में कोहराम मच गया। किसी ने अपनी मां को खो दिया तो किसी के बेटे की जान चली गई। परिवार का हाल बेहाल था। एसएन मेडिकल काॅलेज की इमरजेंसी में पहुंचे परिजन फूट-फूटकर रो रहे थे। हादसे में मरने वाली बबली के परिवार में शादी थी। खुशियों का माहाैल था। हादसे की जानकारी पर मातम छा गया।

बबली के परिजन ने बताया कि वह घरों में काम करके परिवार को पाल रही थीं। उनकी शादी 10 साल पहले सादाबाद के गांव मिढ़ावली निवासी हरेश से हुई थी। उनके तीन बच्चे गुंजन, बेटा कर्मवीर और गोलू हैं। कर्मवीर दिव्यांग हैं। वह कई साल पहले पति के साथ ही मायके आ गई थीं। पति मजदूरी करते हैं। वह कोठियों में काम करने जाती थीं। कुछ दिनों में उनकी भांजी की शादी होनी है।

इसके लिए वह तैयारी में लगी थीं। शुक्रवार रात को काम से लाैटने के बाद वह बेटे गोलू को घर से लेकर कपड़े दिलाने ले जा रही थी। तभी उन्हें कार ने टक्कर मार दी। उनकी माैके पर ही माैत हो गई। बेटे गोलू के पैरों में चोट लगी। घटना के बाद परिजन को पता चला तो इमरजेंसी पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को ले जाने का प्रयास किया तो हंगामा कर दिया। पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग की। बाद में पुलिस ने समझाकर उन्हें शांत किया।

ऑर्डर देकर लाैटना था, जिंदगी छिन गई

फूड डिलीवरी कंपनी में काम करने वाले आवास विकास काॅलोनी के सेक्टर-1 निवासी भानु प्रताप मिश्रा (28) की शादी तीन साल पहले रामा से हुई थी। परिजन ने बताया कि उनका डेढ़ साल का बेटा चेतन है। भानु सुबह 10 बजे काम पर निकले थे। उन्हें रात में घर आना था। एक ऑर्डर डिलीवर करने के लिए घर से निकले थे। उन्हें सबसे पहले कार ने चपेट में लिया। इससे उनकी माैके पर ही माैत हो गई।

छोटा भाई लखन है। पिता कूलर की दुकान चलाते हैं। घटना की जानकारी पर परिजन इमरजेंसी पर पहुंचे। पिता का कहना था कि अब काैन सहारा बनेगा। वहीं पत्नी बेहाल हो गईं। वह रोये जा रही थी। उन्हें परिवार के लोगों ने किसी तरह संभाला।

कपड़े खरीदने जा रहे थे दोस्त

नगला बूढ़ी निवासी कमल (24) पेंटर थे। तीन साल पहले प्रेम विवाह किया था। दो साल पहले डिलीवरी के 10 दिन बाद पत्नी की माैत हो गई थी। उनका दो साल का बेटा है। रात तकरीबन आठ बजे वह दोस्त कृष उर्फ कृष्णा के साथ बाजार जाने के लिए घर से निकले थे। परिजन ने बताया कि कृष्णा के बड़े भाई नरेंद्र को लड़की वाले देखने आने वाले थे। इसके लिए कपड़े खरीदने जा रहे थे।

नगला बूढ़ी चाैराहे के पास ही उन्हें कार ने टक्कर मारी थी। घटनास्थल के पास ही उनका घर है। जानकारी पर परिजन आए। उन्होंने दोनों को सड़क पर पड़ा देखा। उनके सिर में चोट लगी हुई थी। सड़क पर खून ही खून बिखरा हुआ था। इससे वह दोनों को अस्पताल ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

सब्जी लेकर लाैट रहे थे मजदूर बंटेश
नगला बूढ़ी निवासी बंटेश (50) मजदूरी करते थे। उनके छोटे भाई देवी सिंह ने बताया कि बंटेश साथ ही रहते थे। उनके माता-पिता की पूर्व में माैत हो गई थी। बंटेश रात में सब्जी लेने के लिए घर स निकले थे। इसके बाद वापस आ रहे थे। तभी कार डिवाइडर से टकरा गई। पलटे खाने लगी। बंटेश भी चपेट में आ गए। उनकी माैके पर ही माैत हो गई। इससे परिवार में कोहराम मच गया।

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