
सुनील गावस्कर ने नीतीश कुमार रेड्डी की जमकर तारीफ की.Image Credit source: PTI
भारतीय टीम के लिए ऑस्ट्रेलियाई दौरा भले ही अब तक उम्मीदों के मुताबिक ना रहा हो लेकिन उस एक नया सितारा जरूर मिला है. नाम है नीतीश कुमार रेड्डी. 21 साल के इस युवा ऑलराउंडर ने अपने खेल से हर किसी को प्रभावित किया और उन्हें भविष्य का सुपरस्टार बताया जा रहा है. हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है और भारत के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर पीछे नहीं हैं. नीतीश की जमकर तारीफ करने के साथ ही गावस्कर ने उन्हें स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या से भी बेहतर बता दिया. गावस्कर रेड्डी के शानदार खेल के मुरीद हो गए.
पंड्या से बेहतर बल्लेबाज हैं रेड्डी
बता दें कि, हार्दिक पंड्या लंबे समय से भारत की टेस्ट टीम से बाहर हैं और इस फॉर्मेट में अब उनकी वापसी की संभावनाएं खत्म हो ही गई हैं. इसी बीच सुनील गावस्कर ने पंड्या से बेहतर ऑलराउंडर के रुप में नीतीश नाम लिया है. स्पोर्टस्टार के लिए अपने कॉलम में भारतीय दिग्गज ने लिखा, ‘जब भारत खराब स्थिति में दिख रहा था, तब उन्होंने शानदार शतक जड़ा, जिसने आने वाले लंबे समय के लिए टीम में उनकी जगह पक्की कर दी. हार्दिक की अनुपलब्धता के बाद से टेस्ट क्रिकेट के लिए भारत एक ऐसे ऑलराउंडर की तलाश में है जो मध्यम गति की गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी भी कर सके. रेड्डी की गेंदबाजी पर अभी भी काम करने की जरूरत है लेकिन एक बल्लेबाज के रूप में, वह निश्चित रूप से पंड्या से बेहतर हैं’.
सबसे टैलेंटेड युवा खिलाड़ियों में रेड्डी
नीतीश कुमार रेड्डी ने ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर सभी मैचों में नंबर 7 या आठ पर बैटिंग की लेकिन इसके बावजूद वे भारत की ओर से इस इस सीरीज में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. मेलबर्न टेस्ट में उन्होंने शतक लगाया था इसके बाद दुनियाभर के क्रिकेट दिग्गजों ने उनकी तारीफ की. सुनील गावस्कर ने भी उनकी जमकर सराहना की. रेड्डी को उन्होंने ‘सबसे प्रतिभाशाली युवा सितारों’ में से एक बताया.
सुनील गावस्कर ने आगे लिखा, ‘मेलबर्न टेस्ट भारतीय क्रिकेट के ‘सबसे प्रतिभाशाली युवा सितारों’ में से एक, नीतीश कुमार रेड्डी को सामने लाया. वह आईपीएल में हैदराबाद फ्रेंचाइजी के लिए अपने प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के ध्यान में आए. हालांकि उन्होंने फर्स्ट क्लास मैचों में कुछ खास नहीं किया था, लेकिन क्रेडिट अजीत अगरकर और उनके साथी चयनकर्ताओं को जाता है कि उन्होंने काफी कुछ देखा. उसे टेस्ट में लाए. पर्थ में उनके पहले टेस्ट मैच में ही यह स्पष्ट हो गया था कि यह एक ऐसा क्रिकेटर है जो परिस्थितियों को समझ सकता है और उसके अनुसार खेल सकता है. हर टेस्ट मैच के साथ, उनके कंधों पर एक अच्छे ‘क्रिकेटिंग हेड’ की छाप और मजबूत होती गई’.
एक शतक सहित 294 रन बना चुके हैं रेड्डी
पर्थ में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट के जरिए रेड्डी ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था. अब तक चार टेस्ट मैचों में एक शतक की मदद से रेड्डी 294 रन बना चुके हैं. उनका औसत 49 का है. इस दौरान उनके बल्ले से 8 छक्के और 30 चौके भी निकले हैं. इस पूरी सीरीज में अभी तक कम से कम 3 पारियों में वो टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे हैं.