
सनातन धर्म में हनुमान जी को शक्ति, साहस और भक्ति का अद्वितीय प्रतीक माना जाता है। उनकी पूजा से न केवल मानसिक शांति और आध्यात्मिक बल मिलता है, बल्कि जीवन की अनेक कठिनाइयों से भी मुक्ति मिलती है।
हाल ही में एक खास मंत्र की चर्चा तेज हो गई है, जिसे “गरीबी नाशक मंत्र” कहा जाता है। मान्यता है कि यह मंत्र आर्थिक समस्याओं के साथ-साथ जीवन की पुरानी परेशानियों को भी समाप्त करने में सहायक है।
हनुमान जी का गरीबी नाशक मंत्र
मंत्र:
“ॐ हं हनुमते नमः”
इस मंत्र का सुबह उठते ही 108 बार जप करने की सलाह दी जाती है। मान्यता है कि नियमित रूप से इसका जप करने पर हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख, समृद्धि व धन की वृद्धि होती है।
मंत्र का महत्व और वैज्ञानिक दृष्टिकोण
- धार्मिक मान्यता के अनुसार, मंत्र जप से आत्मिक शक्ति में वृद्धि होती है।
- वैज्ञानिक दृष्टि से, मंत्रोच्चारण से पैदा होने वाली ध्वनि-तरंगें मन को शांत करती हैं और तनाव कम करती हैं।
- यह आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच को बढ़ाता है, जिससे जीवन में नए अवसर मिलने लगते हैं।
- विशेष रूप से आर्थिक तंगी या कर्ज से जूझ रहे लोगों के लिए यह मंत्र अत्यंत लाभकारी माना गया है।
मंत्र जप की सही विधि
- सुबह जल्दी उठें – ब्रह्म मुहूर्त (सूर्योदय से पहले) में स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- हनुमान जी की मूर्ति या चित्र के सामने बैठें – श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ।
- मंत्र का जप करें – “ॐ हं हनुमते नमः” मंत्र को माला से 108 बार जपें।
- पूर्ण ध्यान लगाएं – जप के दौरान हनुमान जी पर पूरी श्रद्धा और विश्वास रखें।
मंत्र जप के लाभ
- आर्थिक समृद्धि: धन की प्राप्ति और आर्थिक स्थिति में सुधार।
- मानसिक शांति: तनाव और चिंता से मुक्ति।
- आत्मविश्वास और साहस: जीवन की चुनौतियों का सामना करने की ताकत।
- रोग निवारण: कई शारीरिक व मानसिक रोगों से मुक्ति की मान्यता।
भक्तों के अनुभव
अनेक भक्तों ने बताया है कि इस मंत्र के नियमित जप से उनकी आर्थिक स्थिति सुधरी है और पुरानी परेशानियां धीरे-धीरे समाप्त होने लगी हैं।