
Treat Obesity with Ayurveda: खराब लाइफस्टाइल के कारण छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक मोटापा के शिकार हो जाते हैं. मोटापा देखने मात्र का नहीं होता, मोटापा के कारण स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं जैसे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हार्ट की बीमारी और थायरॉइड के लोग शिकार हो जाते हैं. इसलिए इस समस्या पर समय रहते ध्यान देना बेहद जरूरी हो जाता है. आपको बता दें, मोटापा केवल ज्यादा खाने से नहीं होता, कई बार शरीर की कई अंदरूनी गड़बड़ी भी मोटापा का कारण बनसकती है.
शरीर के तीन दोष
आयुर्वेद के अनुसार हमारे शरीर में तीन दोष होते हैं – वात, पित्त और कफ. खासतौर पर मोटापा के पीछे कफ दोष बढ़ना होता है. ऐसे में कफ दोष के बढ़ने से शरीर में डाइजेशन कमजोर होने लगता है, जिससे खाना अच्छे से नहीं पच पाता और शरीर में गंदगी जमा होने लगती है. इसके कारण शरीर भारी और सुस्त हो जाता है और वेट बढ़ने लगता है. ऐसी स्थिति में अगर डाइजेशन सिस्टम को दुरुस्त कर दिया जाए और शरीर से गंदगी बाहर निकाल दी जाए, जो मोटापे की समस्या धीरे-धीरे कम होने लगती है. अमेरिकी नेशनल ऑफ मेडिसिन में इसका जिक्र किया गया है.
ऐसे पाएं मोटापे से छुटकारा
आयुर्वेद के कुछ आसान उपायों से मोटापे को कम किया जा सकता है. इसमें दिनभर गुनगुना पानी पीना, अदरक की चाय लेना और हेल्का खाना खाना शामिल है. साथ ही योग और प्राणायाम करने से भी आपकी मदद कर सकता है. योग से शरीर को सही तरीके से एनर्जी मिलती है, जिससे मेटाबॉलिज्म तेज होता है और मन शांत रहता है. योग के जरिए व्यक्ति अपने खान-पान की आदतों में काबू पा सकता है.
आयुर्वेद से करें मोटापे का इलाज
वहीं अगर मोटापा ज्यादा हो गया है, तो आयुर्वेद में इससे छुटकारा पाने के लिए पंचकर्म इलाज की सलाह दी जाती है. इसके जरिए कुछ खास तरीकों से मोटापा दूर करने की सलाह दी जाती है, जैसे ‘उद्वर्तन’- इसमें जड़ी-बूटियों से शरीर की मालिश की जाती है, जिससे चर्बी गलती है. ‘कषाय बस्ती’ यानी शरीर की सफाई और ‘नस्य’ यानी नाक से दवा देकर मेटाबॉलिज्म को ठीक करना. इस तरीकों से शरीर की अंदर की सफाई होती है और वेट कंट्रोल करने में मदद मिलता है.