
जबलपुर: जबलपुर के महानद्या में शनिवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सीआरआईएफ के तहत 1232 करोड़ रुपये की लागत से बने राज्य के सबसे बड़े और लंबे एलिवेटेड फ्लाईओवर का लोकार्पण किया. इसके साथ ही हिरनसिंदूर खंड में नौरादेही वन्यजीव अभ्यारण्य क्षेत्र का 4-लेन चौड़ीकरण, कटनी बाईपास के चौड़ीकरण सहित 6 अन्य राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास और कई परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया गया.
इसके अलावा नितिन गडकरी ने भोपाल से जबलपुर के बीच नए ग्रीनफील्ड हाईवे और जबलपुर से टाइगर रिजर्व के लिए फोर लाइन टाइगर कॉरिडोर बनाने की घोषणा भी की हैं. इस दौरान मंत्री नितिन गडकरी ने मंच से कहा कि मध्य प्रदेश बाघों के लिए प्रसिद्ध हैं, जिन्हें देखने के लिए देश-विदेश के टूरिस्ट यहां आते हैं. इसी को देखते हुए हमने एक टाइगर कॉरिडोर बनाने का निर्णय लिया है. जबलपुर से टाइगर रिजर्व के लिए फोर लाइन की कनेक्टिविटी होगी. मैं यह में घोषणा करता हूं.
पहले 4600 करोड रुपए लागत थी और अब साढ़े 5 हजार करोड़ तक जाएगी, जिसमें कान्हा टाइगर रिजर्व, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, पेंच टाइगर रिजर्व और पन्ना टाइगर रिजर्व शामिल हैं. हम एक टाइगर कॉरिडोर बनाने का काम कर रहे हैं, जिसके कारण मध्य प्रदेश के टूरिज्म में आर्थिक विकास और रोजगार में बढ़ोतरी होगी. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने भोपाल से जबलपुर के बीच नए ग्रीनफील्ड हाईवे बनाने की भी घोषणा की.
उन्होंने कहा कि 255 किमी लंबाई का यह हाईवे 15000 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा, जो नया भोपाल-जबलपुर हाईवे ग्रीनफील्ड हाईवे होगा. इसका डीपीआर दिसंबर तक पूरा होगा. नौरादेही वन क्षेत्रों में न्यूनतम हस्तक्षेप आधारित विकास कार्यों से वन्यजीव संरक्षण के प्रयासों को मजबूती मिलेगी. डिंडोरी, मंडला और बालाघाट जैसे आदिवासी क्षेत्रों का सड़क संपर्क और मजबूत होगा. बाईपास चौड़ीकरण कार्य पूर्ण होने से रीवा-जबलपुर और भोपाल-जबलपुर में 20 मिनट की बचत होगी.
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
कान्हा एवं बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यानों तक पहुंच आसान होगी, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. इसके साथ ही सीआरआईएफ के अंतर्गत 1500 करोड़ रुपए की लागत वाली परियोजनाओं की घोषणा की. 10,000 करोड़ रुपए की लागत वाले और 220 किमी लंबे लखनादौन से रायपुर 4-लेन हाई स्पीड कॉरिडोर की भी घोषणा की गई है. इंदौर और भोपाल के लिए महत्वपूर्ण 12,000 करोड़ रुपए की लागत वाले और 107 किमी लंबाई के मार्ग की घोषणा की.
बेहतर होगी कनेक्टिविटी
इसके साथ साथ 7,000 करोड़ से अधिक के निवेश वाले मार्ग कार्यों की घोषणा की. इन परियोजनाओं से प्रदेश में बेहतर कनेक्टिविटी होगी, जिससे निवेश में वृद्धि होगी, क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बल मिलेगा और रोजगार सृजन के नए अवसर निर्माण होंगे. जबलपुर फ्लाईओवर से शहर में ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी, जिससे समय एवं ईंधन की बचत होगी और प्रदूषण में कमी आएगी.
जबलपुर रिंग रोड के पूर्ण होने से शहर में भारी वाहनों के दबाव में कमी आएगी एवं सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा. रीवा एवं कटनी बाईपास के चौड़ीकरण से वाराणसी से नागपुर के संपूर्ण खंड पर 4-लेन कनेक्टिविटी होगी