जमीन के टुकड़े के’ लिए बेटे’! ने मां` को उतारा मौत के घाट! दफनाने के बाद उठाया ऐसा कदम कि कांप उठेगी रूह

जमीन के टुकड़े के’ लिए बेटे’! ने मां` को उतारा मौत के घाट! दफनाने के बाद उठाया ऐसा कदम कि कांप उठेगी रूह

महाराष्ट्र के लातूर जिले के रेनापुर इलाके में एक बेहद दुखद और सनसनीखेज वारदात सामने आई है। जमीन बेचने को लेकर बेटे और मां के बीच विवाद इतना बड़ गया कि बेटे ने गुस्से में अपनी 80 वर्षीय मां की हत्या कर दी। हत्या के बाद वह मां के शव को गन्ने के खेत में दफनाकर खुद भी फांसी लगाकर अपनी जान दे बैठा।

घटनाक्रम

48 वर्षीय काकासाहेब वेणुनाथ जाधव ने 7 अगस्त को शाम के करीब 4:30 बजे रेनापुर में एक नींबू के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कुछ घंटों बाद खेत से उनकी 80 वर्षीय मां समिंद्रबाई जाधव का क्षत-विक्षत शव मिला। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और वारदात की जांच शुरू की।

हत्या का कारण

जांच में यह स्पष्ट हुआ कि काकासाहेब और उनकी मां के बीच खेत बेचने को लेकर विवाद था, जिसका विरोध समिंद्रबाई कर रही थीं। गुस्से में आकर काकासाहेब ने अपनी मां को मार डाला। बाद में शव को छुपाने के लिए गन्ने के खेत में दफनाया ताकि कोई पता न चले।

पुलिस की कार्रवाई

मृतक बेटे के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और घटना की पूरी सत्यता की जांच जारी है। पुलिस ने बताया कि दोनों का एक ही चिता पर ग्राम सांगवी में अंतिम संस्कार किया गया।

सामाजिक पहल

यह घटना परिवारों में बढ़ते विवादों और हिंसा के खतरों पर विचार करने को मजबूर करती है। सामाजिक सहयोग और मनोवैज्ञानिक सहायता ऐसे हालात को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।

निष्कर्ष

जमीन विवाद जैसी छोटी बात भी परिवारों को तबाह कर सकती है। परिवार के सदस्यों के बीच संवाद और समझदारी ही हिंसा और अपराध से बचाव का सबसे बड़ा रास्ता है।

(यह रिपोर्ट सामाजिक जागरूकता के लिए है। हिंसा और अपराध की जानकारी के लिए अधिकारी स्रोतों का उपयोग करें।)