बलात्कार के आरोप में व्यवसायी और बीजेपी व जेडीएस के पूर्व नेता सोमशेखर जयराज (जिम सोम) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। 26 वर्षीय पीड़िता द्वारा दायर शिकायत के आधार पर बेंगलुरु के अशोकनगर थाने में मामला दर्ज किया गया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उन्हें आर्थिक सहायता का वादा कर बलात्कार किया गया।

2018 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी से सकलेशपुर सीट से उम्मीदवार रहे सोमशेखर हार गए थे।
शिकायतकर्ता महिला की सोमशेखर से पहचान उनकी एक सहेली के माध्यम से हुई थी। पिछले साल उनकी शादी तय हुई थी। इसलिए उन्होंने सोमशेखर से 6 लाख रुपये की आर्थिक मदद मांगी थी। पिछले साल अक्टूबर में सोमशेखर पीड़िता के पीजी के पास गए और उन्हें पैसे देने का वादा करके लांगफोर्ड रोड पर अपने फ्लैट पर बुलाया। वहां उन्होंने पीड़िता की इच्छा के विरुद्ध शराब पिलाकर बलात्कार किया।
इसके अलावा, घटना के बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी गई है, ऐसा पीड़िता ने शिकायत में आरोप लगाया।
शिकायत के आधार पर अशोकनगर थाने की पुलिस ने सोमशेखर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, मामला दर्ज होते ही सोमशेखर फरार हो गए हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
जिम सोम कौन हैं?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जिम सोम एक समय के कुख्यात बदमाश रहे हैं। उन्होंने बेंगलुरु में कई व्यापारों के माध्यम से करोड़ों रुपये कमाए। 2018 के चुनाव में भाग लेने के लिए उन्होंने 2017 में हसन जिले की एससी आरक्षित सीट आलूर और सकलेशपुर विधानसभा क्षेत्र में प्रवेश किया। उन्होंने अपनी टीम बनाकर क्षेत्र में अभियान चलाया और बीएस येदियुरप्पा का विश्वास जीता। स्थानीय विरोध के बावजूद बीजेपी से टिकट लेकर चुनाव लड़ा। हालांकि, केवल 5,000 वोटों के अंतर से हार गए।
बाद में, 2019 के लोकसभा चुनाव में चित्रदुर्ग से टिकट पाने की कोशिश की। लेकिन टिकट न मिलने पर राजनीति से दूरी बना ली। 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान वह फिर से सकलेशपुर में दिखाई दिए और बीजेपी से टिकट पाने की कोशिश की। लेकिन जब टिकट सिमेंट मंजू को मिला, तो उन्होंने बीजेपी छोड़कर जेडीएस में शामिल हो गए।
इसके बाद वह जेडीएस या बीजेपी दोनों में ज्यादा सक्रिय नहीं रहे।