फेसबुक हैक कर युवतियों को फंसा” दिया, वकील का. प्रोफाइल बना जाल, फिर शुरू हुई मनमाफिक मांग की आग

दिल्ली के शाहदरा जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. इस मामले में पहले आरोपियों ने एक वकील का इंस्‍टाग्राम पेज हैक किया. फिर उसी इंस्‍टाग्राम पेज से दो युवतियों को अपने जाल में फंसाया. इसके बाद उसमें मन में जब आया, वह मनचाही कीमत वसूलने लगा. दिल्‍ली पुलिस के संज्ञान में यह मामला शाहदरा के विश्‍वास नगर इलाके में रहने वाली शिखा तिवारी नामक युवती की शिकायत के बाद आया.

फेसबुक हैक कर युवतियों को फंसा” दिया, वकील का. प्रोफाइल बना जाल, फिर शुरू हुई मनमाफिक मांग की आग

शिखा ने पुलिस को बताया कि 10 जून 2025 को उन्हें वकील विजय लक्ष्मी के नाम से एक मैसेज मिला, जिसमें उसे अच्‍छी नौकरी दिलाने का वादा किया गया. लेकिन बाद में पता चला कि विजय लक्ष्मी का फेसबुक प्रोफाइल हैक कर लिया गया था और यह सब एक आरोपियों की साजिश थी. अगले दिन, 11 जून को, शिखा को एक व्हाट्सएप नंबर से मैसेज आया, जिसमें शिक्षा विभाग के नाम पर उन्हें वीमेन कमीशन की हेड सीट के लिए महिलाओं के कोटे में नौकरी का ऑफर दिया गया.

इसके लिए उन्हें 5,260 रुपये की प्रोसेसिंग फीस जमा करने को कहा गया. उसी दिन रात 8:35 बजे शिखा को एक ईमेल मिला, जिसमें उनकी रजिस्ट्रेशन की पुष्टि हुई और एक रजिस्ट्रेशन नंबर दिया गया. ईमेल में यह भी बताया गया कि वे अब इंटरव्यू के लिए अगले राउंड में हैं. 12 जून को एक और ईमेल आया, जिसमें कहा गया कि शिखा 15 उम्मीदवारों में शॉर्टलिस्ट हुई हैं और इंटरव्यू के लिए 12,500 रुपये और 5,350 रुपये और जमा करने होंगे.

शिखा ने कुल 23,110 रुपये पंजाब नेशनल बैंक के एक खाते में ट्रांसफर कर दिए, जो सागर सिंह नाम के शख्स के नाम पर था. लेकिन जब शिखा ने दिए गए व्हाट्सएप नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की, तो कोई जवाब नहीं मिला. शक होने पर उन्होंने तुरंत 12 जून को एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज की. शाहदरा पुलिस ने जांच में पता चला कि इस मामले का मास्‍टर गाजियाबाद के विजय नगर का माइंड सागर सिंह है.

उसने न केवल शिखा को ठगा, बल्कि एक अन्य महिला वकील से भी वीमेन कमीशन की चेयरपर्सन की पोस्ट का झांसा देकर 3,34,230 रुपये ठग लिए थे. सागर सिंह का तरीका बेहद शातिर था. वह गूगल के जरिए विभिन्न सरकारी विभागों और उनके अधिकारियों की जानकारी जुटाता था. फिर खुद को अधिकारी बनाकर या उनके करीबी होने का दावा करके लोगों को ठगता था. जांच में यह भी सामने आया कि सागर सिंह पहले भी कई ठगी के मामलों में शामिल रहा है, जिनमें दिल्ली और उत्तर प्रदेश में एफआईआर दर्ज हैं.