50 साल में बदल गया सबकुछ, भारत में तेजी से बढ़ी दिल की बीमारी, इस उम्र के युवा भी पीड़ित


Why Heart Disease Increasing in India: दिल की बीमारी भारत समेत पूरी दुनिया में मौत का बड़ा कारण बनती जा रही है. कोरोना महामारी के बाद बाद हार्ट अटैक से मरने वालों की तादाद में काफी ज्यादा इजाफा हुआ है. खासकर 40 से कम उम्र के लोग भी इस खतरे के जद में आ रहे है. इंडिया में जेनेटिक प्रिडिस्पोजीशन हार्ट अटैक का बड़ा कारण होता, लेकिन लाइफस्टाइल और फूड हैबिट्स में की जाने वाली लापरवाही इस सिचुएशन को और खराब कर रही है.

भारत के हार्ट के मामले में सेंसेटिव क्यों?
महशूर कार्डियक सर्जन डॉ. रमाकांत पांडा (Dr. Ramakanta Panda) ने हाल ही में न्यूज एजेंसी एएनआई के पॉडकास्ट में बताया कि भारतीय उपमहाद्वीप के लोग हार्ट डिजीज को लेकर इतने सेंसेटिव क्यों हैं. वो बताते हैं कि 4-5 दशक पहले, भारतीय अस्पतालों में हार्ट पेशेंट शायद ही देखे जाते थे; इसके बजाय, वाल्व की परेशानियां देखने को मिलती थीं, और टीचर्स पढ़ाते थे कि ब्लॉकेज की परेशानियां “वेस्टर्न प्रॉब्लम” हैं.

50 साल में बदल गया सबकुछ
डॉ. पांडा बताते हैं कि पिछले 5 दशकों में, ये पूरी तरह बदल गया है. आज, भारत में हार्ट की बीमारी सबसे ज्यादा पाई जातू है. कुछ लोगों का मानना ​​था कि इसका कारण जेनेटिक है, लेकिन डॉ. पांडा का मानना ​​है कि ये ज्यादातर लाइफस्टाइस में चेंज से जुड़ा है और जेनेटिक्स से इसका कम कनेक्शन है.

इन वजहों से हार्ट डिजीज में इजाफा
दिल की बीमारियां इसलिए बढ़ रही है क्योंकि हमने अपनी जीवनशैली पूरी तरह तब्दील कर ली है. लाइफस्टाइल में बदलावों में व्यायाम का पूरी तरह से कमी, खान-पान की आदतों में पूरी तरह से चेंजेज (ऑर्गेनिक/नेचुरल फूड्स से प्रॉसेस्ड फूड्स की तरफ जाना), आर्टिफिशियल स्वीट कंटेंट में जबरदस्त इजाफा, स्ट्रेस का लेव बढ़ना, तंबाकू का सेवन, और नींद और आराम की कमी शामिल है. चीनी की खपत इतनी बढ़ गई है कि जितना हमारे परदादा-परदादी जो एक महीने में खाते थे, हम एक दिन में खा रहे हैं.

30 साल से कम के युवा भी पीड़ित
डॉ. पांडा ने युवाओं में हार्ट डिजीज में जबरदस्त इजाफा देखा है. साल 1993 में, वो साल में एक बार 30 साल से कम उम्र के मरीजों को देखते थे; आज,वो उन्हें हर दिन देखते हैं. इस इंटरव्यू से 2 हफ्ते पहले, उन्होंने एक 21 साल और एक 23 साल के युवक को देखा, जिन्हें बाईपास सर्जरी की जरूरत थी.

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