
कटक (ओडिशा): कटक शहर में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान शनिवार देर रात दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस घटना के बाद रविवार को शहर में तनाव बना रहा। स्थानीय लोगों ने तेज संगीत पर आपत्ति जताई थी। इसके बाद बहस हुई और फिर पथराव शुरू हो गया। इसमें कटक के डीसीपी खिलाड़ी ऋषिकेश ज्ञानदेव सहित कई लोग घायल हुए। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया। पुलिस ने अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
विहिप ने सोमवार को बुलाया बंद
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने इस घटना के विरोध में सोमवार को 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उधर, ओडिशा सरकार ने कटक शहर में हिंसक झड़पों के बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने के मकसद से इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने का आदेश जारी किया है। यह निर्णय गृह विभाग की ओर से रविवार शाम को लिया गया।
कैसे हुई हिंसा की शुरुआत?
पुलिस ने बताया कि शनिवार देर रात 1.30 से दो बजे के बीच दाराघाबाजार क्षेत्र में हाथी पोखरी के पास झड़प उस समय हुई, जब विसर्जन यात्रा कथाजोड़ी नदी के तट पर देबीगारा की ओर बढ़ रही थी।अधिकारियों के अनुसार, हिंसा तब भड़की जब कुछ स्थानीय लोगों ने विसर्जन यात्रा के दौरान तेज आवाज में संगीत बजाने पर आपत्ति जताई। अधिकारियों के अनुसार बहस जल्द ही टकराव में बदल गई जब भीड़ ने विसर्जन यात्रा पर छतों से पत्थर और कांच की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं। इससे कटक के डीसीपी खिलाड़ी ऋषिकेश ज्ञानदेव सहित कई लोग घायल हो गए।
हिंसा के बीच रुकी रही विसर्जन गतिविधि
अधिकारियों के अनुसार स्थिति से निपटने के वास्ते, पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया। झड़प के दौरान कई वाहन और सड़क किनारे लगे स्टॉल क्षतिग्रस्त हो गए। हमले में शामिल लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर पूजा समितियों के सदस्यों द्वारा विरोध प्रदर्शन के कारण विसर्जन गतिविधियां लगभग तीन घंटे तक रुकी रहीं।
अब तक छह लोग अरेस्ट
कड़ी सुरक्षा के बीच प्रक्रिया फिर से शुरू हुई और रविवार सुबह 9.30 बजे तक सभी बाकी मूर्तियों का विसर्जन कर दिया गया। पुलिस के अनुसार, अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है और सीसीटीवी फुटेज, ड्रोन फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर अन्य लोगों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं।
डीसीपी और कलेक्टर को हटाने की मांग
विहिप ने प्रशासनिक विफलता का आरोप लगाया और ‘कानून-व्यवस्था बनाए रखने में असमर्थता’ के लिए डीसीपी और जिला कलेक्टर के तत्काल हटाने की मांग की। संगठन ने इसके विरोध में सोमवार को सुबह से शाम तक बंद का आह्वान किया है। विहिप के एक प्रवक्ता ने कहा कि बार-बार अनुरोध के बावजूद अधिकारी शांतिपूर्ण विसर्जन सुनिश्चित करने में विफल रहे।
पुलिस फोर्स तैनात
बीजू जनता दल (बीजद) ने सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के प्रयास के लिए ‘असामाजिक तत्वों’ को दोषी ठहराया, जबकि मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने इसके लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया और अधिकारियों को घायलों को मुफ्त चिकित्सा सेवा प्रदान करने के निर्देश दिये। कटक के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं और आगे तनाव बढ़ने से रोकने के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं।
कटक में इंटरनेट सेवा 24 घंटे के लिए बंद
ओडिशा सरकार ने कटक शहर में हाल ही में दो समूहों के बीच हुई हिंसक झड़पों के बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने का आदेश जारी किया है। यह निर्णय गृह विभाग द्वारा रविवार शाम को लिया गया। जिसका मकसद सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से फैलाए जा रहे भड़काऊ और उकसाने वाले संदेशों को रोकना है, जिससे सार्वजनिक शांति और सौहार्द प्रभावित हो सकता था।
कब तक लगी इंटरनेट पर रोक?
गृह विभाग द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, जिला प्रशासन ने इस संबंध में गहरी चिंता व्यक्त की थी कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर कुछ लोग झूठी और भ्रामक सूचनाएं फैला रहे हैं, जिससे शहर में तनाव का माहौल बन रहा है। इसी आधार पर सरकार ने 5 अक्टूबर की शाम 7:00 बजे से लेकर 6 अक्टूबर की शाम 7:00 बजे तक इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का निर्णय लिया। यह निर्णय भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1885 की धारा 5(2) और सार्वजनिक आपातकाल अथवा सार्वजनिक सुरक्षा की स्थिति में टेलीकॉम सेवाओं के अस्थायी निलंबन से जुड़े नियम 2017 के तहत लिया गया है।
42 क्षेत्रों में लागू बैन
इस निलंबन के तहत सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट, एक्स (पूर्व में ट्विटर) सहित समान सेवाएं, सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी इंटरनेट सेवा प्रदाताओं की डेटा सेवाएं, ब्रॉडबैंड और डायल-अप कनेक्शन और इंटरनेट ट्रांसमिशन के अन्य सभी माध्यम शामिल हैं। यह प्रतिबंध कटक नगर निगम क्षेत्र, कटक विकास प्राधिकरण क्षेत्र और जिले के अंतर्गत आने वाले 42 क्षेत्रों में लागू किया गया है।
कटक में शांति और सद्भाव बहाल करना जरूरी
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आईएएस सत्यव्रत साहू ने बताया कि यह निर्णय कटक में शांति और सद्भाव बहाल करने के लिए जरूरी था। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के माध्यम से फैलने वाले गलत और भड़काऊ संदेशों को रोकने के लिए यह कदम अत्यंत आवश्यक था। सभी मोबाइल और इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को निलंबन आदेश का पालन करने और गृह विभाग को इसके कार्यान्वयन की पुष्टि करने का निर्देश दिया गया है।