
दुर्गा शक्ति नागपाल को तेज तर्रार प्रशासनिक अधिकारी माना जाता है.Image Credit source: X@DurgaShaktiIAS
Durga Shakti Nagpal Profile: इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट (IARI) ने IAS ऑफिसर दुर्गा शक्ति नागपाल के खिलाफ नोटिस जारी किया है. IARI ने IAS दुर्गा शक्ति नागपाल से 1.63 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा है. नागपाल पर आवंटन खत्म होने के बाद सरकारी बंगला कब्जाने का आरोप है. वहीं उन्होंने इसके पीछे अपने बीमार माता-पिता का हवाला दिया है. साथ ही उन्हाेंने हर्जाने से राहत देने की मांग की है. इस मामले के बाद एक बार फिर IAS दुर्गा शक्ति नागपाल चर्चा में हैं.
आइए इसी कड़ी में जानते हैं कि IAS दुर्गा शक्ति नागपाल कौन हैं? वह कब यूपीएससी सिविल सर्विस में आईं? वह क्यों चर्चा में रही हैं?
पिता को राष्ट्रपति मेडल, पुलिस अधिकारी दादा की गोली मारकर हुई थी हत्या
दुर्गा शक्ति नागपाल के प्रारंभिक और पारिवारिक जीवन की बात करें तो उनका जन्म 25 जून 1985 को यूपी के आगरा में हुआ था. उनके पिता दिल्ली छावनी बोर्ड में अधिकारी थे. उन्हें विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया है. तो वहीं उनके दादा दिल्ली पुलिस में अधिकारी थे. साल 1954 में दिल्ली के सदर बाजार में ड्यूटी के दौरान उनकी हत्या कर दी गई थी.
2010 बैच की IAS, IGDTUW से की है पढ़ाई
दुर्गा शक्ति नागपाल 2010 बैच की IAS ऑफिसर हैं. असल में उन्होंने 2008 में पहले प्रयास में ही यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा पास की थी. इसमें उन्हें IRS मिली थी.
इसके बाद उन्होंने 2009 में दूसरे प्रयास में ऑल इंडिया स्तर पर 20वीं रैंक प्राप्त की थी और वह IAS मिली. उन्हें साल 2010 में पंजाब कैडर मिला था. हालांकि बाद में उन्हें यूपी कैडर आवंटित किया गया. दुर्गा शक्ति नागपाल ने इंदिरा गांधी दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय महिला (IGDTUW) से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है.
पंजाब में भूमि घोटाला खोला, यूपी में निलंबन के बाद सुर्खियों में आई
IAS दुर्गा शक्ति नागपाल को तेज तर्रार प्रशासनिक अधिकारी माना जाता है. साल 2011 में पंजाब में ट्रेनी IAS रहने के दौरान उनकी पोस्टिंग मोहाली में थी. यहां उन्होंने 14 महीने तक सेवाएं दी. इस दौरान उन्होंने एक भूमि घोटाला उजागर किया.
इसके बाद वह अगस्त 2012 में यूपी कैडर में शामिल हो गई. उन्हें नाेएडा में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पद पर पोस्टिंग मिली. इस पद पर रहते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार और रेत खनन के खिलाफ बड़े स्तर पर कार्रवाई की. उन्हें मस्जिद की दीवार गिराने के आरोप में जुलाई 2013 में अखिलेश यादव की सरकार ने निलंंबित कर दिया. बाद में नोएडा के तत्कालीन सपा नेता और कैबिनेट मंत्री का एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह ये दावा करते दिखे की उन्होंने नागपाल को निलंबित करा दिया.
इसके बाद इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया. कई राजनेता समेत प्रशासनिक अधिकारी नागपाल के समर्थन में आ गए. इस पर राज्य सरकार को दाे महीने बाद ही उनका निलंबन वापस लेना पड़ा. हालांकि उनकी पोस्टिंग नोएडा से कानपुर देहात कर दी गई.

IAS दुर्गा शक्ति नागपाल के प्रोफाइल पर एक नजर
पति भी IAS थे, अभी अभिनेता
दुर्गा शक्ति नागपाल की शादी 2011 के IAS अधिकारी अभिषेक सिंंह से हुई है. उनका प्रशासनिक करियर भी बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा है. 2023 में 82 दिन तक बिना बताए अनुपस्थित रहने की वजह से उन्हें नोटिस जारी किया गया था. बाद में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. वह कई फिल्मों और गानों में अभिनय कर चुके हैं.
अभी लखीमपुर की DM, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में भी रह चुकी हैं
IAS दुर्गा शक्ति नागपाल मौजूदा समय में लखीमपुर खीरी की डीएम और कलेक्टर के पद पर तैनात हैं. कानपुर देहात के बाद उन्हें मथुरा सीडीओ पद पर पोस्टिंग मिली थी. वहांं से वह जनवरी 2015 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चली गईं. उन्हें केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह का OSD बनाया गया था. वह 2021 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर वापस आईं. उन्हें मार्च 2023 में बांदा डीएम पद पर पोस्टिंग मिली.
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