हाई सिक्योरिटी फीचर वाली कार के शीशे से बारकोड स्कैन कर भेजते थे दुबई, चोरों का तरीका जान हिल जाएगा ˒

हाई सिक्योरिटी फीचर वाली कार के शीशे से बारकोड स्कैन कर भेजते थे दुबई, चोरों का तरीका जान हिल जाएगा ˒

नई दिल्‍ली: जांच हो रही थी शहर के अलग-अलग एटीएम में हुई लूट की, कड़ियां मिलीं तो कार चोरी का बड़ा गैंग पकड़ा गया। उनसे पूछताछ में जो पता चला, जानकर दिल्‍ली पुलिस भी हैरान हुई। अब दिल्‍ली में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से लैस नई कारें भी सुरक्षित नहीं हैं। जो गैंग ATM में लूट को अंजाम दे रहा था, उसने हाई सिक्‍योरिटी सिस्‍टम और पुश स्टार्ट फीचर वाली कई कारें चुराई थीं। पुलिस के अनुसार, यह गैंग के कार के सिक्योरिटी कोड्स के साथ छेड़छाड़ करता था। विंडो ग्लास पर लगे बारकोड्स को दुबई में बैठे हैंडलर को भेजा जाता था। वो उन्‍हें ओपन करके पूरी तरह बदल देता था। फिर नए कोड को एक प्रोग्रामिंग मशीन के जरिए कार के सिस्‍टम में दाखिल कराया जाता। फिर चोरी की इन कारों को लूट के लिए इस्तेमाल किया जाता। दो ATM से लूट के मामले में दिल्‍ली पुलिस ने कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पढ़‍िए, इन चोरों ने कैसे कारों के हाईटेक सिक्योरिटी सिस्टम में सेंध लगाई।

नई या पुश-स्टार्ट वाली कारें चुराने का नया तरीका
आरोपी कार के रियर विंडशील्ड पर लगे होलोग्राम की फोटो क्लिक करते थे, फिर उसे अपने हैंडलर को भेजते थे।
होलोग्राम में कार के भीतर लगे सिक्योरिटी सिस्टम का यूनिक कोड होता है।
हैंडलर कार का सिक्‍यूरिटी सिस्‍टम अनलॉक करके यूनिक कोड बदल देते थे। इससे आरोपी को कार का एक्‍सेस मिल जाता था।
वह कार का GPS सिग्‍नल भी जाम कर देते थे। इससे कार मालिक के फोन पर कोई अलर्ट मेसेज भी नहीं जाता था।
हैंडलर जो नया सिक्योरिटी कोड देता, उससे कार स्टार्ट करके चंपत हो जाते।
Delhi Car Theft ATM Loot News
दिल्‍ली में होलोग्राम कोड वाली कारें सेफ नहीं

ATM लूट की तफ्तीश से कार चोरी गैंग तक कैसे पहुंची पुलिस
दिल्ली पुलिस की टीम लूटे गए ATM के आसपास की सिक्योरिटी फुटेज खंगाल रही थी। ग्रे कलर की एक हुंडई क्रेटा पर उनकी नजर गई।
कार की तलाश शुरू हुई तो उसका रजिस्ट्रेशन नंबर फर्जी निकाला। नंबर प्लेट वाला नंबर ब्रेजा गाड़ी का था।
ब्रेजा के मालिक ने 1-2 जुलाई 2023 को आदर्श नगर से सिर्फ कार की नंबर प्लेट चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस ने वहां की फुटेज जांची तो वही क्रेटा दिखी, नंबर प्लेट बदली हुई थी।
यह प्लेट असली निकली। मालिक का पता विजय विहार में मिला। कार 29 जून को चोरी हुई थी।
लाल स्विफ्ट कार बनी अहम सुराग
विजय विहार के आसपास के सीसीटीवी चेक किए गए। अपराधी एक Swift कार में क्रेटा चुराने आए थे।
Swift का लाइसेंस प्लेट फर्जी था। वह नंबर एक बलेनो गाड़ी का निकला।
पता चला कि चोरों ने 28-29 जून की रात गुड़ मंडी के पास खड़ी बलेनो की नंबर प्लेट उड़ाई थी।
यहां मिली लाल कलर की Swift का असली नंबर प्लेट निकाला गया।
यह Swift बुलंदशहर के एक व्यक्ति की निकली। वह संदिग्ध निकला। उससे पूछताछ में चार अन्‍य का पता चला।

दिल्‍ली पुलिस के हत्थे कौन-कौन चढ़े, कितने फरार?
इस गैंग ने 2 जुलाई को सराय रोहिल्ला के एक ATM को निशाना बनाया था। अगले दिन रंजीत नगर में एक कियोस्‍क उड़ाया। पहले ATM से लूटे गए 14.9 लाख रुपये पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। दूसरी लूट की रकम तलाशी जा रही है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान फरमान (27), इमरान (25), मोहम्‍मद दारा (58), अरमान (20) और वसीम (32) के रूप में हुई है। फरमान बुलंदशहर का रहने वाला है और बाकी सारे दिल्ली के रहने वाले हैं। कासिम, रिजवान और ताज मोहम्मद नाम के आरोपी फरार हैं। आजाद जेल में बंद है, लेकिन अपराध के वक्त परोल पर बाहर था। पुलिस ने दो महिलाओं को भी पकड़ा है जिन्‍होंने लूटी गई रकम अपने पास रखी थी।

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