
नई दिल्ली। महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के मुख्य व्रत-त्योहार में से एक माना गया है। माना जाता है कि महाशिवरात्रि का व्रत करने से साधक को भगवान शिव और माता पार्वती की असीम कृपा की प्राप्ति होती है। हर साल फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर यह त्योहार मनाया जाता है, ऐसे में इस साल महाशिवरात्रि बुधवार, 26 फरवरी को मनाई जाएगी।
महाशिवरात्रि पूजा मुहूर्त (Mahashivratri Shubh Muhurat)
महाशिवरात्रि के दिन पूजा का मुहूर्त कुछ इस प्रकार रहने वाला है –
महाशिवरात्रि पूजा मुहूर्त – रात 12 बजकर 09 मिनट से रात 12 बजकर 59 मिनट
शिवरात्रि व्रत पारण समय – 27 फरवरी, सुबह 06 बजकर 48 मिनट से सुबह 08 बजकर 54 मिनट तक
महाशिवरात्रि के दिन रात के चारों प्रहर भगवान शिव की पूजा करने का विधान है, जिसका मुहूर्त कुछ इस प्रकार रहने वाला है –
रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय – शाम 06 बजकर 19 मिनट से रात 09 बजकर 26 मिनट तक
रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय – रात 09 बजकर 26 मिनट से 27 फरवरी रात 12 बजकर 34 मिनट तक
रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय – 27 फरवरी रात 12 बजकर 34 मिनट से प्रातः 03 बजकर 41 मिनट तक
रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय – 27 फरवरी 03 बजकर 41 मिनट से सुबह 06 बजकर 48 मिनट तक
न करें ये गलतियां
महाशिवरात्रि के व्रत में भूलकर भी नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। इसी के साथ व्यक्ति को दिन में सोना चाहिए, इसी के साथ रात में भगवान शिव का ध्यान, भजन और जागरण करें। इन सभी बातों का ध्यान रखने पर आपको महाशिवरात्रि व्रत का पूर्ण फल मिलता है।
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न चढ़ाएं ये चीजें
महाशिवरात्रि के दिन भूल से भी भगवान शिव को टूटे हुए अक्षत, कटे-फटे बेलपत्र के पत्ते अर्पित सिंदूर, तुलसी के पत्ते और केतकी के फूल आदि अर्पित न करें। ऐसा करने से महादेव नाराज हो सकते हैं। महाशिवरात्रि के अलावा और किसी दिन भी ये चीजें शिवलिंग पर अर्पित नहीं करनी चाहिए।