भारतीय घरों में घी का सेवन बड़े चाव से किया जाता है। यह न सिर्फ व्यंजनों का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है। घी में स्वस्थ वसा, विटामिन ए, डी, ई और के भरपूर मात्रा में होते हैं, जो पाचन, रोग प्रतिरोधक क्षमता, स्वस्थ त्वचा और हड्डियों के लिए ज़रूरी हैं। सदियों से यह आयुर्वेदिक चिकित्सा का भी अहम हिस्सा रहा है।
लेकिन, क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐसी चीजें भी हैं जिनके साथ घी का सेवन ज़हर के समान हो सकता है? आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा के अनुसार, कुछ फूड कॉम्बिनेशन ऐसे होते हैं जो घी के पोषण को बढ़ाने की बजाय, शरीर को फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं और पेट की हालत खराब कर सकते हैं, यहाँ तक कि इन्फेक्शन का कारण भी बन सकते हैं।

घी के साथ भूलकर भी न खाएं ये 3 चीजें:
आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि ये तीन चीजें घी के साथ मिलकर शरीर के लिए हानिकारक हो सकती हैं:
- शहद (Honey):
- क्यों बचें: आयुर्वेद के अनुसार, शहद और घी को बराबर मात्रा में मिलाना एक जहरीला मिश्रण बना सकता है। इससे पाचन और मेटाबॉलिज्म संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसा माना जाता है कि इन्हें एक साथ मिलाने से आंत की वनस्पतियां बिगड़ सकती हैं और समय के साथ शरीर में विषाक्त पदार्थों (टॉक्सिन) का निर्माण हो सकता है।
- निष्कर्ष: हालांकि शहद और घी दोनों ही अपने आप में स्वास्थ्यवर्धक हैं, लेकिन समान मात्रा में इनका मिश्रण कुछ परिस्थितियों में सेहत के लिए हानिकारक होता है।
- मछली (Fish):
- क्यों बचें: आयुर्वेद के अनुसार, मछली और घी को एक साथ नहीं खाना चाहिए। मछली की तासीर गर्म होती है, जबकि घी की तासीर ठंडी होती है। इन दोनों को एक साथ खाने से पाचन क्रिया में समस्या हो सकती है और शरीर में विषाक्त पदार्थ (टॉक्सिन) जमा हो सकते हैं।
- स्वास्थ्य समस्याएं: इसके साथ ही, घी और मछली का यह मेल त्वचा संबंधी समस्याएं जैसे एलर्जी और रैशेज आदि का कारण बन सकता है।
- मूली (Radish):
- क्यों बचें: मूली एक जड़ वाली सब्जी है, जो तीखी और गर्म होती है। जब इसे घी के साथ खाया जाता है, जो कि तैलीय और ठंडा होता है, तो यह संयोजन पाचन तंत्र में अशांति पैदा कर सकता है।
- पाचन संबंधी समस्याएं: इससे पेट फूलना, एसिडिटी या अपच जैसी पाचन संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
दही और घी: यह कॉम्बिनेशन भी ठीक नहीं!
डॉक्टर शर्मा के अनुसार, दही और घी दोनों ही भारी और तैलीय होते हैं, और इन्हें एक साथ खाने से पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली धीमी हो सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि दही और घी को एक साथ खाने से पाचन क्रिया धीमी हो सकती है, विषाक्त पदार्थ जमा हो सकते हैं और यहाँ तक कि त्वचा संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
निष्कर्ष: आयुर्वेद के इन नियमों का पालन करना शरीर को स्वस्थ रखने और अनचाही स्वास्थ्य समस्याओं से बचने में मदद कर सकता है। अगली बार जब आप घी का सेवन करें, तो इन कॉम्बिनेशंस का ध्यान ज़रूर रखें!