
हिंदू धर्म में संध्या पूजन का विशेष महत्व है. कहा जाता है कि सूर्यास्त के समय भगवान शिव और माता पार्वती भ्रमण के लिए आते हैं. इसलिए हमें संध्या पूजन के दौरान भूलकर भी कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए. आइए एस्ट्रोलॉजर डॉ.रुचिका अरोड़ा से जानते हैं कि हमें क्या नहीं करना चाहिए. मान्यता है कि सूर्यास्त के समय भगवान शिव और माता पार्वती भ्रमण के लिए आते हैं. इसलिए शाम के समय सच्चे मन से पूजा करनी चाहिए. ऐसा माना जाता है कि पूजा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है.
पेड़-पौधों से फूल नहीं तोड़ने चाहिए
शाम के समय पेड़-पौधों से फूल नहीं तोड़ने चाहिए. शाम के समय पेड़ों से फूल तोड़ना सख्त मना है. इसलिए अगर आप शाम के समय भगवान को फूल चढ़ाना चाहते हैं तो उन्हें सुबह ही तोड़ लें.
शंख और घंटी
शाम की पूजा के समय शंख या घंटी नहीं बजानी चाहिए. क्योंकि शाम की पूजा के समय भगवान सो जाते हैं. इसलिए शंख बजाना या घंटी बजाना वर्जित है. ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने से नींद में खलल पड़ता है.
निश्चित समय पर पूजा
पूजा हमेशा शाम के समय निश्चित समय पर ही करनी चाहिए. पूजा के लिए आपको एक निश्चित समय बनाना चाहिए. शाम की पूजा का समय सूर्यास्त से 1 घंटा पहले और सूर्यास्त के 1 घंटे बाद का होता है. आप इस समय में पूजा कर सकते हैं.
सूर्य देव की पूजा
शाम के समय सूर्य देव की पूजा कभी नहीं करनी चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. सूर्य देव की पूजा हमेशा सुबह के समय करनी चाहिए.
तुलसी के पत्ते
शाम की पूजा के दौरान तुलसी के पत्ते तोड़ना वर्जित है. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. हालांकि, तुलसी के पौधे के सामने घी का दीपक जलाना बहुत शुभ होता है.