
Bareilly Bribery Case: खुद की मेहनत पर उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए और सब इंस्पेक्टर बने. जनता और शासन के प्रति इमानदारी की कसम खाई. सरकार से हर महीने सैलरी भी मिलती रही. दारोगा का भौकाल भी रहा. समाज में इज्जत भी मिली. मगर छोटे-छोटे लालच और पेशे के प्रति बेमानी ने ऐसा फंसवाया, जो अब जिंदगी भर याद रहेगा. उत्तर प्रदेश के बरेली स्थित भुडिया चौकी इंचार्ज और यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर दीपचंद के साथ कुछ ऐसा ही हुआ. सिर्फ 50 हजार के चक्कर में ऐसा फंसे कि अब जिंदगी भर पछताना पड़ेगा.
50,000 के चक्कर में नप गए सब इंस्पेक्टर दीपचंद
आरोप है कि सब इंस्पेक्टर Deep Chand पीड़ित पक्ष का नाम केस से बाहर निकालने के लिए और मामले को रफा-दफा करने के लिए 50 हजार रुपये की मांग कर रहे थे. पीड़ित पक्ष ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन डिपार्टमेंट को कर दी. टीम ने सब इंस्पेक्टर साहब को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनानी शुरू की और जनाब रंगे हाथ पकड़े भी गए.
पीड़ित जीशान मलिक का ये भी कहना है कि दारोगा ने उन्हें और उनके परिवार को काफी परेशान भी किया है. रिश्वात की मांग की जा रही थी. जब कोई रास्ता नहीं बना तो एंटी करप्शन डिपार्टमेंट को जानकारी दी गई.