
Sakshi Gupta ICICI Bank: आम लोगों के लिए बैंक वह जगह होती है जहां वे अपने जीवनभर की कमाई को सुरक्षित मानते हैं, लेकिन राजस्थान के कोटा शहर में सामने आए एक चौंकाने वाले मामले ने इस भरोसे को झकझोर कर रख दिया है।
शहर की एक बैंक शाखा में कार्यरत महिला अधिकारी ने 100 से ज्यादा खातों से करोड़ों रुपये गुपचुप तरीके से निकालकर धोखाधड़ी को अंजाम दिया।
शेयर बाजार में डूबा दिया जनता का पैसा
यह फर्जीवाड़ा राजस्थान के कोटा में उद्योग नगर पुलिस थाना के डीसीएम इलाके में स्थित ICICI बैंक की श्रीराम नगर शाखा में सामने आया है। बैंक की तत्कालीन रिलेशनशिप मैनेजर साक्षी गुप्ता पर आरोप है कि उसने करीब ढाई साल तक ग्राहकों के खातों से चुपचाप पैसे निकालकर शेयर बाजार में निवेश किया। पुलिस जांच में सामने आया है कि उसने करीब 3 करोड़ रुपये 110 खातों से ट्रांसफर किए।
31 मई को गिरफ्तारी, जेल भेजी गई
मीडिया की खबरों के अनुसार उद्योग नगर थाने के एसआई इब्राहिम ने बताया यह घोटाला फरवरी 2024 में दर्ज रिपोर्ट के बाद उजागर हुआ। साक्षी साल 2020 से 2023 के बीच बैंक की इस शाखा में पदस्थ थी। 31 मई 2025 को उसे गिरफ्तार किया गया और अदालत में पेशी के बाद उसे जेल भेज दिया गया।
मोबाइल नंबर बदले, ओटीपी पर कब्जा जमाया
पुलिस जांच में पता चला कि साक्षी गुप्ता ने कई खाताधारकों के मोबाइल नंबर बदलकर अपने जानकारों के नंबर दर्ज करवा दिए। इसके चलते असली ग्राहकों तक बैंक से जुड़ी कोई सूचना या ट्रांजैक्शन अलर्ट नहीं पहुंच पा रहे थे। इतना ही नहीं, उसने डेबिट कार्ड, पिन और ओटीपी का दुरुपयोग कर अवैध लेनदेन किए और कई मामलों में खातों में ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी चालू कर दी। वह भी बिना खाताधारकों की जानकारी के।
ऐसे हुआ खुलासा
मामला तब सामने आया जब एक ग्राहक ने अपनी 1.50 लाख रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट की जानकारी मांगी। जांच में पता चला कि बिना अनुमति वह राशि किसी और खाते में ट्रांसफर कर दी गई थी। इसके बाद बैंक के अन्य ग्राहकों के खातों की भी छानबीन की गई, जिसमें बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हो गया।
‘पूल अकाउंट’ बना वृद्धा का खाता
कोटा पुलिस के अनुसार, साक्षी गुप्ता ने एक वृद्ध महिला के खाते का इस्तेमाल ‘पूल अकाउंट’ की तरह किया। इस खाते में फरवरी 2023 तक करीब ₹3.22 करोड़ ट्रांसफर किए गए। वृद्धा को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इसी खाते से साक्षी ने अन्य खातों में रकम भेजी और बाजार में निवेश किया। अधिकतर रकम शेयर बाजार में डूब गई।
31 ग्राहकों की FD समय से पहले तोड़ी
जांच में यह भी सामने आया है कि साक्षी गुप्ता ने 31 खाताधारकों की फिक्स्ड डिपॉजिट समय से पहले तुड़वाकर करीब ₹1.34 करोड़ की रकम अपने चुने गए खातों में ट्रांसफर कर दी। उसने धोखे से ₹3.40 लाख का पर्सनल लोन भी लिया।