
जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा. (फाइल फोटो)
जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा ने रविवार को अपने बेटे और केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का जोरदार बचाव करते हुए उन्हें निराधार और जानबूझकर बदनाम करने के अभियान का हिस्सा बताया. यहां राज्यव्यापी जेडीएस दौरे और ‘मिस्ड कॉल’ सदस्यता अभियान के शुभारंभ पर बोलते हुए पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, कुछ लोग कुमारस्वामी के खिलाफ सुनियोजित तरीके से झूठी बातें फैला रहे हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि इन बदनाम करने वाले अभियानों में कोई भी कभी सफल नहीं हुआ है और कोई भी सफल नहीं होगा. कुछ लोग कुमारस्वामी को बर्दाश्त नहीं कर सकते. वे उनके व्यक्तित्व और लोगों से मिलने वाले उनके प्यार को पचा नहीं पाते.
असफलता ही सफलता की नींव
एचडी देवगौड़ा ने कहा कि देश में किसी और ने किसानों के कर्ज को इस तरह माफ नहीं किया है जैसा उन्होंने किया. जेडी(एस) के उनके बाद ढहने की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ नेता ने कहा, कभी मत भूलिए, असफलता ही सफलता की नींव रखती है. सिर्फ़ इसलिए कि हम (चुनाव) हार गए, इसका मतलब यह नहीं है कि हम हिम्मत हार जाएंगे.
मैंने अपनी याददाश्त नहीं खोई
इस उम्र में मुझे सिर्फ़ अपने पैरों में परेशानी है, दिमाग में नहीं. मैंने अपनी याददाश्त नहीं खोई है और न ही खोऊंगा. जो लोग इसके विपरीत सोचते हैं, उन्हें यह बात साफ-साफ समझ लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हार उन्हें रोक नहीं सकती और निराशा का कोई सवाल ही नहीं है. उन्होंने भरोसा जताया कि जेडी(एस) फिर से उठ खड़ा होगा.
जेडीएस मेरे जाने के बाद भी रहेगी
मोरारजी देसाई ने मुझे यह पार्टी सौंपी. जनता दल में चाहे जितनी भी फूट क्यों न पड़े, यह पार्टी बची हुई है और मेरे जाने के बाद भी बची रहेगी. जेडीएस के परिवार द्वारा संचालित पार्टी होने के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि यह कोई पारिवारिक पार्टी नहीं है. यह अपने कार्यकर्ताओं की पार्टी है. इस पार्टी के जरिए कई महान नेताओं ने पद संभाला है और कई अभी भी पद पर हैं. कुछ ने पद संभाला और छोड़ दिया, लेकिन पार्टी कायम रही.
जेडीएस एक मजबूत क्षेत्रीय ताकत
दो राष्ट्रीय पार्टियों के बीच, जेडीएस एक मजबूत क्षेत्रीय ताकत बनी हुई है. देवगौड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी प्रशंसा की और उन्हें एक महान नेता और वैश्विक हस्ती कहा. पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने उनके (मोदी) कारण बीजेपी के साथ गठबंधन किया. हमने प्रधानमंत्री के साथ हाथ मिलाया. हमने उनका विश्वास अर्जित किया. मैंने उनसे कुमारस्वामी को मंत्री बनाने का अनुरोध नहीं किया. यह मोदी ही थे, जिन्होंने उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया और उन्हें महत्वपूर्ण विभाग दिए.