
केरल में भी कोल्ड्रिफ कफ सिरप पर रोक
कोल्ड्रिफ कफ सिरप को लेकर देश के कई राज्यों में दहशत फैल गई है. तमिलनाडु और मध्य प्रदेश के बाद अब केरल ने भी अपने यहां इसकी बिक्री पर रोक लगा दी है. राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने आज शनिवार को कहा कि राज्य औषधि नियंत्रण विभाग (State Drugs Control Department) ने कोल्ड्रिफ कफ सिरप की पूरे राज्य में बिक्री पर रोक लगा दी है.
उन्होंने कहा कि यह फैसला अन्य राज्यों से आई उन रिपोर्टों के बाद लिया गया है जिनमें कोल्ड्रिफ सिरप के एक बैच में कुछ खामियां पाई गई थीं. हालांकि स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी साफ किया कि राज्य औषधि नियंत्रण विभाग की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि चिह्नित बैच की दवा केरल में नहीं बेची गई थी.
कोल्ड्रिफ की बिक्री को लेकर ड्रग इंस्पेक्टरों को निर्देश
राज्य सरकार के फैसले के बारे में वीना जॉर्ज ने कहा, “हालांकि, सुरक्षा की चिंता को देखते हुए औषधि नियंत्रक (Drugs Controller) ने ड्रग इंस्पेक्टरों (Drug Inspectors) को कोल्ड्रिफ का वितरण और बिक्री पूरी तरह से बंद करने का निर्देश दिया है.”
उन्होंने कहा कि यह दवा केरल में 8 वितरकों के जरिए बेची जा रही है और इन सभी केंद्रों को वितरण तथा बिक्री रोकने का निर्देश दिया गया है.
स्वास्थ्य विभाग ने लिए अन्य कफ सिरप के भी सैंपल
इसके अलावा, मंत्री जॉर्ज ने कहा कि मेडिकल स्टोर्स को भी कोल्ड्रिफ सिरप की बिक्री पर रोक लगाने के लिए निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि औषधि नियंत्रण विभाग ने राज्य में गहन निरीक्षण किया है और कोल्ड्रिफ सिरप के सैंपल जांच के लिए एकत्र किए गए हैं. यही नहीं कई अन्य कफ सिरप के सैंपल की भी जांच कराई जा रही है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DGHS) के दिशा-निर्देशों के अनुसार, डॉक्टरों को 2 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कफ सिरप नहीं लिखना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर इस तरह का प्रिस्क्रपर्सन भी मिल जाता है, तो भी सभी मेडिकल स्टोर्स को ऐसे मामलों में कफ सिरप नहीं देने का निर्देश दिया गया है. स्वास्थ्य मंत्री का यह बयान मध्य प्रदेश और राजस्थान में 10 से अधिक बच्चों की मौत से जुड़े संदेह के मद्देनजर आया है.