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CM योगी चाहें तो CBI जांच करवा सकते हैं... प्रमोशन में गड़बड़ी के आरोपों पर बोले मंत्री आशीष पटेल

यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल

यूपी में योगी सरकार में मंत्री आशीष पटेल के विभाग में प्रमोशन को लेकर लगे धांधली के आरोपों पर अब खुद मंत्री ने मोर्चा खोल दिया है. यूपी के तकनीकी शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण, बाट एवं माप मंत्री आशीष पटेल ने मंगलवार को अपने विभाग में प्रमोशन में धांधली के आरोपों का सिलसिलेवार तरीके से जवाब दिया है और सीबीआई जांच की भी मांग कर दी है. इसके अलावा उन्होंने अपनी संपत्ति और अपनी पत्नी की संपत्ति की भी जांच की मांग है. उन्होंने यूपी एसटीएफ और सूचना विभाग पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.

आशीष पटेल ने सोशल मीडिया पर लंबा चौड़ा पोस्ट करते हुए कहा कहा कि यूपी के सबसे ईमानदार आईएएस अधिकारी और तत्कालीन प्रमुख सचिव, प्राविधिक शिक्षा एम देवराज की अध्यक्षता में हुई विभागीय पदोन्नति समिति की संस्तुति और टॉप लेवल पर सहमति के आधार पर हुए प्रमोशन के बाद बी राजनीतिक चरित्र हनन के लिए लगातार मीडिया ट्रायल अस्वीकार्य है. राज्य के सूचना निदेशक शिशिर सिंह को झूठ, फरेब और मीडिया ट्रायल का यह खेल आगे बढ़कर बंद कराना चाहिए. यदि विभागीय पदोन्नति गलत है तो सूचना विभाग को सफाई और स्पष्टीकरण देना चाहिए.

आशीष पटेल बोले- सीएम चाहें तो सीबीआई जांच करा सकते हैं

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति कैबिनेट मिनिस्टर आशीष पटेल ने आगे कहा कि मैंने पहले भी कहा है और फिर कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री यदि उचित समझें तो बार-बार मीडिया ट्रायल, झूठ और फरेब के जरिए किए जा रहे मेरे राजनीतिक चरित्र हनन को रोकने और बतौर मंत्री मेरी ओर से लिए गए सभी फैसलों की सीबीआई जांच करा सकते हैं.

उन्होंने कहा कि अगर सरकार को उचित लगे तो मेरी और मेरी पत्नी और अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के सांसद और विधान परिषद सदस्य बनने के बाद अर्जित की गई पूरी संपत्ति की जांच करा ली जाए. पर्दे के पीछे सामाजिक न्याय की आवाज को कुचलने का खेल चल रहा है. सच तो ये हैं कि पदोन्नति मामले में कुछ लोगों के कलेजे में कांटा लगा है. इसके पीछे ओबीसी और वंचित वर्ग को लाभ मिलना है, जिनके अधिकारों की सालों से हकमारी की जा रही थी.

‘हम सामाजिक न्याय की आवाज को बुलंद करते रहेंगे’

आशीष पटेल ने कहा कि ऐसे लोगों को मैं बताना चाहता हूं कि इनके कलेजे में भविष्य में भी कांटा चुभता रहेगा. झूठे तथ्यों और अफवाहों और मीडिया ट्रायल के कारण यह लड़ाई बंद नहीं होने वाली है. हम पहले से ज्यादा ताकत के साथ सामाजिक न्याय की आवाज बुलंद करते रहेंगे. मैं डरने वालों में से नहीं बल्कि लड़ने वालों में हूं. न्याय के इस जंग में मेरे साथ किसी प्रकार का षड्यंत्र या फिर दुर्घटना हुई तो इसकी पूरी जिम्मेदारी यूपी पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स की होगी.

आशीष पटेल पर क्या है आरोप?

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति और यूपी सरकार में मंत्री आशीष पटेल पर आरोप है कि उन्होंने प्राविधिक शिक्षा कॉलेजों में प्रमोशन कर लेक्चरर्स को विभागाध्यक्ष बना दिया. इसका असर ये हुआ कि आरक्षित वर्ग के लेक्चरर्स विभागाध्यक्ष बनने से चूक गए हैं. 177 लेक्चरर्स को मिलने वाला आरक्षण नहीं मिल सका यह आरोप सत्ताधारी दल की बुलंदशहर से विधायक मीनाक्षी सिंह ने सीएम को शिकायत पत्र भेजकर लगाया गया है.

इसके अलावा यह भी आरोप है कि प्राविधिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेजों में विभागाध्यक्ष की नियुक्ति नियमों को ताक पर रखकर की गई है. विभागाध्यक्षों की नियुक्ति सीधी भर्ती के तौर पर होनी थी. वहीं, अपना दल कमेरावाद की नेता और सिराथु की विधायक पल्लवी पटेल की ओर से प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष के पदों पर नियुक्तियों में हेरफेर का आरोप लगाया गया है.