क्या मानसिक तनाव से भी हो सकती है डायबिटीज की बीमारी? “ • ˌ

क्या मानसिक तनाव से भी हो सकती है डायबिटीज की बीमारी? “ • ˌ

तनाव से बढ़ रही डायबिटीज

डायबिटीज भारत में तेजी से बढ़ने वाली बीमारियों में से एक है. जिस तेजी से यह बीमारी हमारे देश में बढ़ रही है वह चिंता का सबब है. शरीर में जब इंसुलिन पर्याप्त मात्रा में नहीं बनता तो ग्लूकोज खूम में जमने लगता, जिससे डायबिटीज होती है. यह एक क्रॉनिक बीमारी है, जिसमें व्यक्ति के खून में शुगर का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है. यह बीमारी सिर्फ मीठा खानपान या आहार से नहीं, बल्कि टेंशन भी होता है. कई रिसर्च में खुलासा हुआ है कि मानसिक तनाव की वजह से भी यह बीमारी हो रही है. ऐसे में जरूरत है कि हमें टेंशन से बचना चाहिए.

तनाव के दौरान शरीर में कोर्टिसोल हॉर्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जो इंसुलिन के प्रभाव को कम कर देता है. इससे खून में ग्लूकोज का स्तर बढ़ता है और शुगर अनियंत्रित हो जाता है. पारिवारिक, कामकाज का तनाव और व्यक्तिगत समस्याएं ब्लड शुगर बढ़ाने के लिए अहम कारक है. डायबिटीज को काबू करने के कुछ उपाय हैं, जिसे अपनाकर आप डायबिटीज से बच सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं.

मानसिक तनाव

मानसिक तनाव आज लोगों के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है. तनाव के कारण कई बीमारियां हमें घेर लेते ही है. इसमें डायबिटीज का स्थान सबसे पहले आता है. आज डायबिटीज तनाव की वजह से तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में हमें सतर्क होने की जरूरत है कि मानसिक तनाव से बचें.

डॉक्टर की सलाह

आज डायबिटीज की बीमारी सुनते ही लोग घबरा जाते हैं. लोगों को लगता है कि यह बीमारी कही उन्हें तो पीछा नहीं कर रही है. ऐसे में इसकी जांच करना चाहिए. जिससे आपको अपने शुगर लेवल के उतार चढ़ाव के बारे में जानकारी मिलती रहती है. डायबिटीज मरीज को डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही दवाओं का इस्तेमाल करना चाहिए. बिना डॉक्टर से पूछे डायबिटीज की कोई दवा नहीं लेनी चाहिए.

आहार और टाइम टेबल में सुधार

डायबिटीज से बचना है तो सबसे पहले हमें संतुलित आहार लेना होगा. जिसमें फाइबर, प्रोटीन और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ शामिल हों. इसके जरिए हम डायबिटीज जैसी बीमारी से बच सकते हैं. इसके अलावा अपने दिनचर्या में सुधार करना भी जरूरी है. यानी सुबह जगने से लेकर सोने तक की दिनचर्या में सुधार करना आवश्यक है. समय पर भोजन करना अत्यधिक मीठे, तले और फैटी भोजन से बचना और तनाव रहित जीवन जीना शामिल है. अगर हम ज्यादा स्ट्रेस लेते हैं तो डायबिटीज हमें पीछा करती रहेगी.

नियमित व्यायाम

योग, ध्यान, और रोजाना 30-45 मिनट का व्यायाम तनाव को कम करने और ब्लड शुगर नियंत्रित करने में मदद करता है. संभव हो तो ज्यादा पैदल चलें.

डायबिटीज के मरीजों को सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य का भी खास ख्याल रखना जरूरी है. अगर आप मानिसक रूप से मजबूत हैं तो आप बहुत सी बीमारियों से बच सकते हैं. एक नियमित दिनचर्या और स्वस्थ जीवनशैली से शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है और तनाव से बचा जा सकता है.

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