उत्तर प्रदेश के बरेली में ‘आई लव मुहम्मद’ को लेकर हुई हिंसा के बाद तनाव चरम पर पहुंच गया है. विपक्ष इसे जनता को भटकाने और असल मुद्दों से ध्यान हटाने की साजिश बता रहा है. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने साफ कहा है कि बरेली में हुआ बवाल बीजेपी सरकार की साजिश है.
AAP नेता संजय सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है. जिसमें उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बरेली का बवाल भाजपा सरकार की साजिश है. उन्होंने कहा कि असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए मुसलमानों के घरों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है.
‘सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रहीं’
सांसद ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं. उन्होंने कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में आया तो योगी सरकार के इशारे पर बुलडोजर चलाने वाले अधिकारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि यूपी आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल बरेली दौरे पर जाएगा.
बरेली का बवाल भाजपा सरकार की साज़िश है।
असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए मुसलमानों के घरों पर बुलडोज़र चलाया जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियाँ उड़ाई जा रहीं हैं।मामला SC में आया तो योगी सरकार के इशारे पर बुलडोज़र चलाने वाले अधिकारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 4, 2025
‘माहौल खराब करना BJP की साजिश है’
हालांकि ये कोई पहला मौका नहीं है जब बरेली हिंसा मामले पर AAP नेता बीजेपी सरकार पर हमला किया है. इससे पहले बीते 30 सितंबर को उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी, उद्योगों का पतन, शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल और किसानों की बदहाली जैसे गंभीर मुद्दे हैं, लेकिन सरकार धार्मिक नारों के सहारे समाज को बांटने का काम कर रही है. उन्होंने कहा था कि I Love Mohammad’ और ‘I Love Mahadev’ जैसे नारे आस्था के प्रतीक हो सकते हैं, लेकिन इन्हें राजनीतिक हथियार बनाकर माहौल खराब करना BJP की साजिश है.
असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश
उन्होंने कहा था कि जब भी बेरोजगारी, महंगाई या शिक्षा जैसे मुद्दों पर सवाल उठते हैं, बीजेपी सरकार नए विवाद खड़े कर जनता का ध्यान भटकाती है. उन्होंने कहा कि जुलूस, पुलिस से टकराव और अराजकता की घटनाएं सत्ता प्रायोजित हैं. यह सब BJP की रणनीति का हिस्सा है ताकि असल मुद्दों से ध्यान हटाया जा सके. उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में धर्म के नाम पर माहौल बिगाड़ने का काम बीजेपी सरकार कर रही है, ताकि जनता के सामने आने वाले बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे बुनियादी मुद्दों को दबाया जा सके.
पुलिस ने SP प्रतिनिधिमंडल को बरेली जाने से रोका
इधर आज शनिवार को समाजवादी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने बरेली का दौरा करने का ऐलान किया था. इस प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने एनएच-9 पर रोक लिया. सांसद इकरा हसन, सांसद हरेंद्र मलिक, सांसद मुहिबुल्ला नदवी दिल्ली से बरेली के लिए निकले थे. जिन्हें गाजीपुर सीमा पर रोक लिया गया. इस दौरान सांसद इकरा हसन ने कहा कि संविधान से देश चल रहा है, तो हमें किस अधिकार से रोका गया है. उन्होंने कहा कि हमें रोका जाना लोकतंत्र की हत्या है. सरकार सत्ता के नशे में चूर है. वहीं समूह का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ SP नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे को लखनऊ से निकलने से पहले ही उनके घर पर नजरबंद कर दिया गया. बरेली के सांसद जियाउर्रहमान बर्क को भी नजरबंद किया गया.
26 सितंबर को बरेली में हुई थी हिंसा
26 सितंबर को बरेली में इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा के आह्वान पर लोगों ने प्रदर्शन किया था. इस दौरान हिंसा भड़क उठी, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इसके बाद बवाल मच गया था. हिंसा के बाद समाजवादी पार्टी ने अपना प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया था.