
Saliva ban lifted in IPL 2025
Saliva ban lifted in IPL 2025: इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के शुरू होने से ठीक पहले बीसीसीआई ने एक अहम फैसला लेते हुए गेंदबाजों को बड़ी राहत दी है। बोर्ड ने गेंद पर लार के इस्तेमाल पर लगे पांच साल पुराने बैन को हटा दिया है। कोरोना महामारी के दौरान 2020 में लगाए गए इस प्रतिबंध को अब हटा दिया गया है, जिससे गेंदबाज एक बार फिर परंपरागत तरीके से गेंद को चमका सकेंगे। लार के इस्तेमाल की वापसी से गेंदबाजों को स्विंग और ग्रिप में मदद मिलेगी। बता दें यह टूर्नामेंट में बड़ा फर्क डाल सकता है।
आईपीएल 2025 के शुरू होने से ठीक पहले गेंदबाजों के लिए एक बड़ी राहत सामने आई है। बीसीसीआई ने गुरुवार, 20 मार्च को मुंबई में हुई अहम बैठक में यह फैसला लिया। इस बैठक में बोर्ड अधिकारियों के साथ सभी 10 टीमों के कप्तान भी शामिल हुए। बैठक में लार के इस्तेमाल पर लगे बैन को हटाने की जानकारी सभी कप्तानों को दी गई। अब 22 मार्च को कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच होने वाले उद्घाटन मैच से ही गेंदबाज लार का इस्तेमाल कर सकेंगे, जैसा कि पहले किया जाता था।
Bowlers can use Saliva in IPL, BCCI has lifted the ban. [Bharat Sharma from PTI] pic.twitter.com/pnyrbNxc6f
— Cricket Addictor (@AddictorCricket)
March 20, 2025
हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंद पर लार के इस्तेमाल पर बैन अब भी जारी है। कोरोना महामारी के खत्म होने के बाद आईसीसी ने इस नियम को स्थायी बना दिया था, जिसके चलते खिलाड़ी सिर्फ पसीने से ही गेंद को चमकाने के लिए मजबूर हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से इस बैन को हटाने की लगातार मांग की जा रही थी। कई क्रिकेटरों ने पुराने नियम की वापसी की वकालत की थी। हाल ही में भारत के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने भी इस बैन को हटाने की बात कही थी। अब बीसीसीआई ने इस पर पहल करते हुए आईपीएल में इस नियम को वापस लागू कर दिया है।
ओस से निपटने के लिए IPL में नया बॉलिंग रूल
इसके अलावा आईपीएल 2025 में एक और अहम नियम जोड़ा गया है, जिसका मकसद ओस के प्रभाव को कम करना है। अब शाम के मुकाबलों में दूसरी पारी के दौरान दो गेंदों का इस्तेमाल किया जाएगा। इस नियम के तहत गेंदबाजी कर रही टीम 10वें ओवर तक एक गेंद से गेंदबाजी करेगी, जिसके बाद 11वें ओवर में गेंद बदली जाएगी और मैच की बाकी गेंदबाजी दूसरी गेंद से की जाएगी। हालांकि यह दूसरी गेंद नई नहीं, बल्कि थोड़ी पुरानी होगी। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि यह गेंद बदलाव अनिवार्य होगा या गेंदबाजी टीम अपनी रणनीति के अनुसार निर्णय ले सकेगी।