
शुभेंदु अधिकारी.
पश्चिम बंगाल के विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी पर आतंकी हमले की प्लानिंग की खबर सामने आई है. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने जानकारी दी है कि बांगलादेश के एक आतंकवादी संगठन ने शुभेंदु अधिकारी पर हमला करने की साजिश रची है. इसे लेकर कोलकाता पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस को चेतावनी भेजी गई है. माना जा रहा है शुभेंदु अधिकारी बांगलादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों का विरोध करते रहे हैं, उनके खिलाफ आतंकवादियों का यह हमला बढ़ते हुए तनाव का हिस्सा हो सकता है.
शुभेंदु ने कई बार हिंदू समुदाय के मानवाधिकारों की रक्षा की मांग की है और इस कारण वह आतंकवादियों के निशाने पर आ गए हैं. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार, हाल ही में चार आतंकवादी शुभेंदु अधिकारी के घर के पास, पूर्व मेदिनीपुर स्थित कांथी में ‘रेकी’ कर रहे थे. उन्होंने शुभेंदु के घर के आसपास तस्वीरें भी खींचे और वीडियो भी बनाए. खुफिया जानकारी के अनुसार, ये चार आतंकवादी बांगलादेश के इस्लामिक उग्रवादी संगठन से जुड़े हुए हैं.
अलर्ट पर पश्चिम बंगाल पुलिस
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद, कोलकाता पुलिस के स्पेशल ब्रांच और पश्चिम बंगाल पुलिस के खुफिया विभाग को सतर्क कर दिया गया है. इस बीच, केंद्रीय शिक्षा मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने शनिवार को आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता, जैसे फारहद हकीम, बंगाल को एक मुस्लिम बहुल राज्य बनाने का प्रयास कर रहे हैं.
आतंकियों के निशाने पर क्यों?
उन्होंने कहा कि केवल भाजपा ही इसका विरोध कर रही है, और इसी कारण वे हमलावरों का निशाना बने हैं. विशेष बात यह है कि शुभेंदु अधिकारी को 2020 में भाजपा में शामिल होने के बाद केंद्र सरकार द्वारा जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की गई थी. उनकी सुरक्षा में सीआईएसएफ के जवान तैनात हैं. इस हमले की संभावना को देखते हुए, सीआईएसएफ को भी विशेष रूप से अलर्ट किया गया है और उन्हें जरूरी सुरक्षा कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं.
राज्य की सुरक्षा व्यवस्था उठे सवाल
केंद्रीय खुफिया विभाग ने इस खतरे को गंभीरता से लिया है और सभी संबंधित एजेंसियों को उचित कार्रवाई करने की सलाह दी है. शुभेंदु अधिकारी की सुरक्षा बढ़ाई जा रही है, और उनके आस-पास के क्षेत्रों में गश्त भी बढ़ा दी गई है. इस घटना ने बंगाल में राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है, और इसमें बढ़ती धार्मिक और राजनीतिक असहमति को भी उजागर किया है. शुभेंदु अधिकारी पर हमले की साजिश ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं.