Indian Student Assault Video On Newark Airport: अवैध प्रवासियों (illegal immigrants) पर कार्रवाई के विरोध में लॉस एंजिल्स हिंसा (Los Angeles Violence) की आग में झुलस रहा है। लोग डोनाल्ड ट्रंप की नीति का विरोध कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ अमेरिका के न्यूअर्क एयरपोर्ट का एक वीडियो वायरल हुआ है। अमेरिका के न्यूजर्सी में एक भारतीय छात्र को न्यूअर्क एयरपोर्ट पर अपराधियों की तरह जमीन पटका गया और फिर हथकड़ी लगाकर भारत डिपोर्ट किया गया। भारतीय मूल के अमेरिकी बिजनेसमैन कुणाल जैन ने रविवार को इसका वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया।
इस घटना ने अमेरिका में भारतीयों के प्रति बढ़ते भेदभाव पर सवाल उठाए हैं। भारतीय दूतावास मामले में हस्तक्षेप कर रहा है। यह घटना अमेरिका में कड़े इमिग्रेशन नीतियों के विरोध प्रदर्शनों के बीच हुई है, जिससे लोगों का गुस्सा और बढ़ गया है।
दरअसल अमेरिकी बिजनेसमैन कुणाल जैन भारतीय छात्र के साथ न्यूअर्क एयरपोर्ट पर अपराधियों की तरह व्यवहार करने का वीडियो सोशल मीडिया एक्स पर शेयर करते हुए लिखा कि- मैंने न्यूअर्क एयरपोर्ट पर एक युवा भारतीय छात्र को हथकड़ी लगाकर, रोते हुए, अपराधी की तरह ट्रीट होते देखा। वो अपने सपनों को सच करने आया था, किसी को नुकसान पहुंचाने नहीं। एक NRI होने के नाते, मैं खुद को कमजोर और टूटा हुआ महसूस कर रहा हूं।

जैन ने बताया कि छात्र हरियाणवी में कह रहा था- ‘मैं पागल नहीं हूं, ये लोग मुझे पागल साबित करने की कोशिश कर रहे हैं।’ अभी तक यह साफ नहीं है कि छात्र को किस वजह से डिपोर्ट किया गया।
भारतीय विदेश मंत्री से हस्तक्षेप की अपील
जैन ने भारतीय दूतावास, अमेरिका और भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। उन्होंने लिखा- किसी को पता लगाना चाहिए कि इस छात्र का क्या हो रहा है। ऐसे मामले हर रोज सामने आ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से ऐसे मामले लगातार बढ़ रहे हैं।

भारतीय दूतावास हुआ एक्टिव
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय छात्र के अमानवीय व्यवहार मामले में अब भारतीय दूतावास भी एक्टिव हो गया है। वीडियो वायरल होने के एक दिन बाद, न्यूअर्क में भारतीय दूतावास ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उनके पास सोशल मीडिया पर कई पोस्ट हैं, जिनमें दावा किया गया है कि नेवार्क लिबर्टी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक भारतीय नागरिक को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। हम इस संबंध में स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं। वाणिज्य दूतावास भारतीय नागरिकों के कल्याण के लिए हमेशा प्रतिबद्ध हैं।
क्लास छोड़ने पर विदेशी छात्रों का वीजा रद्द होगा
बता दें कि ट्रम्प प्रशासन का कहना है कि कोई विदेशी छात्र बिना जानकारी कोर्स छोड़ता है, क्लास नहीं जाता या पढ़ाई बीच में छोड़ता है, तो उसका स्टूडेंट वीजा रद्द किया जा सकता है।भारत में अमेरिकी दूतावास ने कुछ समय पहले एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। दूतावास ने किसी भी समस्या से बचने के लिए हमेशा अपनी वीजा शर्तों का पालन करने के लिए कहा।
दूसरी तरफ, ट्रम्प सरकार ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के साथ 850 करोड़ रुपए (लगभग 100 मिलियन डॉलर) के कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया है। यह फैसला 28 मई 2025 को लिया गया। सरकार पहले ही इस आइवी लीग स्कूल के लिए 22 हजार करोड़ रुपए से अधिक की मदद रोक चुकी है।
अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई के विरोध में हो रही हिंसा
बता दें कि अवैध प्रवासियों (illegal immigrants) पर कार्रवाई के विरोध में अमेरिका (America) का लॉस एंजिल्स हिंसा की आग में झुलस रहा है। लॉस एंजिल्स में हिंसक प्रदर्शनों ने अमेरिका को झकझोर कर रख दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के नेशनल गार्ड (National Guard) की तैनाती के फैसले ने विवाद को और बढ़ा दिया है। लॉस एंजिल्स में गृहयुद्ध जैसे हालात पैदा हो गए हैं। प्रदर्शनकारी जमकर हिंसा कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी। साथ ही पुलिस पर पटाखे और पत्थर से हमला कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में मेक्सिको का झंडा लेकर ‘ICE लॉस एंजिल्स से बाहर जाओ’ जैसे नारे भी लगाए। कई प्रदर्शनकारियों के हाथों में मैक्सिकन झंडे थे। हलात तनावपूर्ण होने के कारण ट्रंप ने लॉस एंजिल्स में नेशनल गार्ड की तैनाती कर दी है। लॉस एंजिल्स में हालात तनावपूर्ण अभी भी बने हुए हैं।
डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ केस दर्ज
इधर ट्रंप के फैसले से नाराज कैलिफोर्निया सरकार ने ट्रंप प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। मुकदमा लॉस एंजेलिस में 2,000 नेशनल गार्ड सैनिकों को गवर्नर की मंजूरी के बिना तैनात करने के फैसले के खिलाफ दायर किया गया है। राज्य के अधिकारियों ने इस कदम को ‘अवैध’ बताया है और कहा है कि ‘इससे पहले से ही तनावपूर्ण माहौल और बिगड़ सकता है।
कैलिफोर्निया के अटॉर्नी जनरल रॉब बॉन्टा ने इस मुकदमे की जानकारी देते हुए कहा कि ‘राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने गवर्नर गैविन न्यूसम की सहमति के बिना सैनिक तैनात किए हैं। बॉन्टा ने अपने बयान में कहा, ‘मैं साफ कर दूं, न कोई हमला हो रहा है और न ही कोई विद्रोह। राष्ट्रपति जानबूझकर जमीन पर अराजकता और संकट पैदा कर रहे हैं, ताकि अपने राजनीतिक हित साध सकें।