
World Youngest Mom: 1939 में पेरू की 5 साल की लीना मेदीना ने बेटे को जन्म देकर दुनिया की सबसे कम उम्र की मां बनने का रिकॉर्ड बनाया. प्रिकॉशियस प्यूबर्टी नामक स्थिति के कारण वह इतनी कम उम्र में गर्भवती हुईं. जांच के दौरान डॉक्टर भी चौंक गए. लीना अकेली नहीं रहीं, रूस और नाइजीरिया में भी कम उम्र में मां बनने के मामले सामने आए. लीना ने बाद में सामान्य जीवन जिया और प्रसिद्धि से दूरी बनाए रखी. यह मामला आज भी डॅाक्टरों के लिए रहस्य बना हुआ है.
अगर हम आपसे कहें कि जिस उम्र में बच्चे को सही से खेलना तक नहीं आता है, उस उम्र में कई महिलाएं मां भी बन चुकी हैं तो शायद ये जानकर आपको भी हैरानी होगी. लेकिन वे हकीकत होती हैं. मां बनना अपने आप में एक बड़ा अनुभव है, लेकिन सोचिए अगर कोई बच्ची खेलने-कूदने की उम्र में ही मां बन जाए तो? ऐसा ही मामला सामने आया था साल 1939 में, इंडिया टुडे के मुताबिक, जब महज 5 साल की उम्र में लीना मेदीना नामक बच्ची ने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया. यह मामला आज भी दुनिया के लिए सबसे बड़ी मेडिकल मिस्ट्री बना हुआ है.
लीना के पेट के असामान्य रूप से बढ़ने पर परिवार को लगा कि उसे ट्यूमर है. इलाज के लिए उसे पेरू के पिस्को शहर के डॉक्टरों के पास ले जाया गया. जांच के बाद पता चला कि वह 8 महीने की गर्भवती है. यह सुनकर परिवार और डॉक्टर दोनों ही चौंक गए. इतनी कम उम्र में मां बनना असंभव सा लगता है, लेकिन मेडिकल रिपोर्ट्स और डॉक्यूमेंट्स ने इसे सच साबित किया.
डॉक्टर्स के अनुसार लीना को “प्रिकॉशियस प्यूबर्टी” नाम की बीमारी थी. इस स्थिति में लड़कियों में 8 साल से पहले और लड़कों में 9 साल से पहले ही शारीरिक बदलाव शुरू हो जाते हैं. शरीर का आकार और हड्डियों का तेजी से बढ़ना, हार्मोनल बदलाव और प्रजनन क्षमता जल्दी विकसित हो जाती है. माना जाता है कि 10 हजार बच्चों में से 1 बच्चा इस स्थिति का शिकार होता है और लीना उनमें से एक थीं.
लीना की उम्र और शरीर का ढांचा सामान्य डिलीवरी के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं था. इसलिए डॉक्टरों ने सी-सेक्शन का सहारा लिया. इसी के साथ दुनिया ने सबसे कम उम्र की मां को देखा. हालांकि, बच्चे के पिता की पहचान कभी सामने नहीं आई. इस घटना को लेकर कई लोगों ने इसे झूठा बताया, लेकिन डॉक्टर्स की रिपोर्ट्स, एक्स-रे और फोटोज ने इसे सही साबित हुआ.
इतिहास में लीना अकेली नहीं हैं. 6 साल की उम्र में सोवियत संघ की रहने वाली येलिज़ावेता लिजा ग्रिशचेंको ने भी बच्ची को जन्म दिया, हालांकि वह जीवित नहीं रह सकी. वहीं, नाइजीरिया की मम-ज़ी नामक लड़की ने 8 साल 4 महीने की उम्र में बच्चे को जन्म दिया. खास बात यह रही कि उनके बच्चे ने भी बहुत कम उम्र में ही संतान को जन्म दिया और मम-ज़ी दुनिया की सबसे कम उम्र की दादी भी बन गईं.
लीना मेदीना ने अपनी जिंदगी आगे सामान्य तरीके से बिताई. वह किसी तरह की पब्लिसिटी से दूर रहीं और कई बड़े ऑफर ठुकरा दिए. उन्होंने अपने बेटे को बड़े प्यार से पाला और आम जिंदगी जीना पसंद किया. उनकी कहानी आज भी डॉक्टरों और रिसर्चर्स के लिए एक अनसुलझी पहेली है. यह घटना बताती है कि प्रकृति कितनी विचित्र और अप्रत्याशित हो सकती है.