
सेंसेक्स 78000 पर पहुंचा
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि बाजार में उतार-चढ़ाव को मापने वाला इंडिया VIX इंडेक्स 13 फीसदी उछला जो मिड और स्मॉल कैप शेयरों में व्यापक बिकवाली को दर्शाता है। तो वहीं दूसरी तरफ एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे दिग्गज शेयर भी लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। इसकी वजह से सेंसेक्स 78065 अंकों के निचले स्तर पर पहुंच गया और निफ्टी 23600 अंकों के करीब पहुंच गया। जानकारी के अनुसार धातु पीएसयू बैंक रियल एस्टेट तेल और गैस सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है।
Shaurya Samman 2025: शौर्य सम्मान में कारगिल वॉर और पुलवामा अटैक के वीर शहीदों को किया गया सम्मानित
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के शेयरों में दिखी भारी गिरावट
अगर हम यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के शेयरों की बात करें तो उनके शेयर में 7 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। इसके अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा एचपीसीएल बीपीसीएल टाटा स्टील अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस और पीएनबी में शुरुआती कारोबार में 4% से 5% तक की गिरावट आई। इसी तरह एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे बड़े शेयरों ने भी बाजार पर दबाव बनाया। बाजार में इस उथल-पुथल की वजह एचएमपीवी बताई जा रही है। इस वायरस की वजह से निवेशकों पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
Rubina Dilaik: अब शहर की बजाय हिमाचल के गांव में रहेंगी अभिनेत्री रुबीना दिलैक की बेटियां जानिए क्या है इस फैसले की वजह?
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस का पहला मामला
बता दें कि बेंगलुरू में आठ महीने के बच्चे में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस पाया गया है जबकि उसका कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। बच्चे का बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भरोसा दिलाया है कि घबराने की जरूरत नहीं है। भारत विभिन्न चैनलों के जरिए वैश्विक एचएमपीवी स्थिति पर नजर रख रहा है। मंत्रालय ने एचएमपीवी मामलों के लिए प्रयोगशाला परीक्षण बढ़ाने की योजना बनाई है और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को पूरे वर्ष एचएमपीवी प्रवृत्तियों की निगरानी करने और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से नियमित अपडेट प्राप्त करने का काम सौंपा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि चीन में मौजूदा स्थिति इन्फ्लूएंजा वायरस आरएसवी और एचएमपीवी रोगजनकों से जुड़े सामान्य फ्लू सीजन पैटर्न से मेल खाती है।
शरीर के अंदर फट गया दिल लिवर के 4 टुकड़े…सामने आई पत्रकार मुकेश चंद्राकर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पढ़कर मुंह को आ जाएगा कलेजा