
पीएम मोदी, शी जिनपिंग और ट्रंप
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर राहत भरी खबर सामने आई है. भारत के कड़े रूख के सामने अमेरिका नरम पड़ रहा है. दरअसल अमेरिका ने भारत को चारबहार पोर्ट पर व्यापार करने के लिए 6 महीने की छूट दी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर बातचीत का क्रम जारी है. अभी तक की वार्ता सकारात्मक रही है.
प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि इस बीच चीन के साथ भी व्यापार के नये रास्ते खुले हैं. भारत की तीन कंपनियों-कॉन्टिनेंटल इंडिया, हिताची और जय उशीन को चीन से रेयर अर्थ एलिमेंट्स के आयात के लिए पहली बार मंजूरी मिली है. उन्होंने बताया कि रेयर अर्थ ट्रेड आयात का लाइसेंस कुछ निर्धारित शर्तों के साथ जारी किया गया है. प्रवक्ता ने आगे कहा कि चीन के साथ भी व्यापार को और बढ़ावा देने के लिए बात जारी है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित को ध्यान में रखते हुए व्यापार किया जा रहा है.
अमेरिका से भारतीयों को वापस भेजे जाने की वजह बताई
अमेरिका से भारतीयों को वापस भेजे जाने की खबरों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, इस साल जनवरी से अब तक 2790 से अधिक भारतीय नागरिक ऐसे हैं जो मानदंडों को पूरा नहीं करते थे. वे अवैध रूप से वहां रह रहे थे और हमने उनकी पहचान, उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि की और वे वापस लौट आए. यह कल तक की स्थिति है. ब्रिटेन की ओर से इस साल लगभग 100 भारतीय नागरिकों को उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि के बाद वापस भेजा गया है.
जहां से मिलेगा सस्ता तेल, भारत खरीदेगा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, हम हाल ही में अमेरिका प्रतिबंधों के तहत रूसी तेज कंपनियों पर लगाए गए प्रभावों का अध्ययन कर रहे हैं. उर्जा आपूर्ति से जुड़ा भारत का रुख पहले से ही स्पष्ट है. हमारी प्राथमिकता 140 करोड़ भारतीयों को ध्यान में रखकर उन्हें तेल उपलब्ध कराना है, ताकि देश की ऊर्जा जरूरतें लगातार पूरी होती रहें. यानी भारत ने साफ कर दिया कि जहां से उसे सस्ता तेल मिलेगा, वह खरीदता रहेगा. जहां से उसे सस्ती डील मिलेगी, वहां से ऊर्जा जरूरतें पूरी करेगा.
#WATCH दिल्ली | विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “जहां तक अमेरिका के द्वारा रूस की कंपनियों पर लगाए गए प्रतिबंध की बात है, इससे हम पर पड़ने वाले प्रभावों का अध्ययन कर रहे हैं… ईंधन खरीदने का फैसला हमारे 140 करोड़ लोगों की जरूरतों को देखते हुए लिया जाता है।” pic.twitter.com/qwOsY8SJ9S
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 30, 2025
ट्रंप का बयानों पर क्या बोला विदेश मंत्रालय?
ट्रंप के हाल में भारत को लेकर दिए गए बयानों पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि उनके बयान पर कई बार प्रतिक्रिया दी जा चुकी है. भारत पहले भी कई बार ट्रंप के दावों को नकार चुका है. पाकिस्तान के साथ सीजफायर पर ट्रंप का दावा गलत है. पाकिस्तान ने खुद सीजफायर की पहल की थी. इस पूरे घटनाक्रम में अमेरिका का कोई रोल नहीं था. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दावा बेबुनियाद है. भारत अपनी बात पर आज भी कायम है.
इस्लामिक सहयोग संगठन के बयान को किया खारिज
हाल ही में इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने कश्मीर पर एक विवादित बयान दिया था. इसे विदेश मंत्रायल ने खारिज कर दिया है. प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि OIC द्वारा कश्मीर पर दिए गए बयान को हम पूरी तरह खारिज करते हैं. उन्हें भारत के आंतरिक मामलों पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है. उन्हें इस तरह की बयानबाजी से बचना चाहिए. दरअसल सोमवार को OIC ने एक बयान जारी कर जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ एकजुटता जताई थी और आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन किया था, जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई.
ताजिकिस्तान के आयनी एयरबेस द्विपक्षीय समझौता
प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत और ताजिकिस्तान के बीच आयनी एयरबेस को विकसित करने के लिए एक द्विपक्षीय समझौता था. यह परियोजना कई वर्षों तक चली. 2022 में समझौते की अवधि पूरी होने के बाद हमने यह सुविधा ताजिकिस्तान को सौंप दी. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच इस परियोजना को लेकर रिश्ते और मजबूत हुए है.
अफगानिस्तान पर भारत का रुख
प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हाल ही में जारी भारत-अफगानिस्तान संयुक्त बयान में यह दोहराया गया है कि भारत अफगानिस्तान को सतत जल प्रबंधन (sustainable water management) में सहयोग देने के लिए तैयार है. हमारा इस क्षेत्र में सहयोग का लंबा इतिहास रहा है — जैसे हेरात प्रांत में बना सलमा बांध (Salma Dam). कुनार नदी पर जल परियोजनाओं के निर्माण को लेकर भी हम सहयोग की संभावनाएं तलाश रहे हैं. हाल ही में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मुत्ताकी के बीच इस विषय पर चर्चा हुई. इसके अलावा भारत-अफगानिस्तान के बीच हवाई सेवा भी शुरू होगी. उन्होंने कहा कि जल्द ही जल्द ही अमृतसर से कंधार और काबुल के लिए कार्गो उड़ानें शुरू की जाएंगी.
बांग्लादेश चुनाव पर भारत की अपील
प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि बांग्लादेश की स्थिति से पूरी दुनिया को पता है. भारत का पड़ोसी देश होने के बाद हम वहां हालात ठीक चाहते हैं. भारत चाहता है कि बांग्लादेश में होने वाले चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष, समावेशी और सहभागी हो. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में लोकतंत्र स्थापित हो, इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता है.
#WATCH दिल्ली | विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “पाकिस्तान अफगानिस्तान द्वारा अपने क्षेत्रों पर संप्रभुता के प्रयोग करने से क्रुद्ध है। पाकिस्तान सोचता है कि उसका अधिकार है कि वो सीमा पार आतंकवाद करता रहेगा और दंड मुक्ति के साथ करता रहेगा। जहां तक भारत का सवाल है pic.twitter.com/5OphJOVRpq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 30, 2025
पाकिस्तान-अफगानिस्तान स्थिति पर भारत की प्रतिक्रिया
प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान को लगता है कि वह बिना किसी परिणाम के सीमा पार आतंकवाद जारी रख सकता है, लेकिन यह अब नहीं चल सकता. भारत अफगानिस्तान की संप्रभुता का समर्थन करता है. हम अफगानिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध हैं.
पीएम मोदी और जापान के नये प्रधानमंत्री में हुई बात
प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि कहा कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान की नई प्रधानमंत्री साने ताकाइची से बातचीत की है. प्रधानमंत्री ने उन्हें पदभार संभालने पर बधाई दी और भारत-जापान की बहुआयामी साझेदारी (multifaceted partnership) पर चर्चा की. इस बीच क्वाड (QUAD) के संदर्भ में भी चर्चा हुई. यह एक महत्वपूर्ण मंच है जो साझा हितों पर संवाद का अवसर देता है. क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन (Leaders Summit) का कार्यक्रम चारों साझेदार देशों के परामर्श से तय किया जाता है.
जाकिर नाइक है भगोड़ा
प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि जाकिर नाइक एक भगोड़ा है और वह भारत में वांछित है. वह जहां भी जाए, संबंधित देशों को उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. माना जा रहा है कि भारत का यह बयान बांग्लादेश में जाकिर नाइक की संभावित यात्रा से जुड़ी रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया में दिया गया.
भारतमलेशिया संबंधों पर हुई चर्चा
रणधीर जायसवाल ने कहा कि विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की मलेशिया यात्रा के दौरान भारतमलेशिया संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई, जिसमें सुरक्षा सहयोग (security cooperation) भी शामिल था. MEA प्रवक्ता का जवाब जब पूछा गया कि क्या जाकिर नाइक का मुद्दा उठाया गया था. इस पर उन्होंने कहा कि मलेशिया से इस मामले पर भी बात हुई है.




