
घर के किसी सदस्य का दुनिया से चले जाना अपने आपमें परिवार वालों के लिए बड़ा सदमा होता है. भले ही वो शख्स घर में रह रहा हो या फिर नहीं, उसका परिवार में कोई योगदान हो या नहीं, लेकिन अगर उसकी मृत्यु हो जाए तो परिवार को दुख होता ही है. सोचिए, अगर कोई सब कुछ होने के बाद अचानक आपके सामने ज़िंदा खड़ा हो जाए, तो हालत क्या होगी? कुछ ऐसा ही हुआ है अमेरिका के एक परिवार के साथ.
जिस शख्स को मृत मानकर उसका अंतिम संस्कार हो गया था और सरकारी कागज़ों में भी वो मरा हुआ मान लिया गया था, वो अचानक ज़िंदा हो गया. जिसने भी उसे देखा उसके हाथ-पांव फूल गए क्योंकि उनके पास शख्स के अंतिम संस्कार की राख तक पहुंच गई थी. जिस शख्स को मरा हुआ माना गया था, उसकी उम्र भी ज्यादा नहीं, महज 23 साल थी. ये पूरी घटना चाहे आप सरकारी लापरवाही मान लें या फिर कुछ लेकिन दंग कर देनी वाली है.
मरा हुआ आदमी हो गया ‘ज़िंदा’
जिस शख्स की ज़िंदगी में ये बवाल हुआ है, उसका नाम टेलर चेज़ (Tyler Chase) है और सिर्फ 23 साल का है. उसकी मौत का सर्टिफिकेट भी बन चुका था और अंतिम संस्कार के बाद राख भी घर भेजी जा चुकी थी. उसकी मौत की वजह ड्रग्स की ओवरडोज़ बताई गई थी और रिकवरी सेंटर से उसे लाया गया था. इन सबके बाद अचानक एक दिन टेलर को अपने कोटे का राशन लेते हुए देखा गया, जहां मौजूद कर्मचारी उसे देखकर सदमे में आ गए. उन्होंने उससे आईडी की डिमांड की. जब टेलर ने आईडी दिखाई तो उनका भ्रम और बढ़ गया. उन्होंने उसे बताया कि कागजों के मुताबिक तुम मर चुके हो और तुम्हारे घर तुम्हारा डेथ सर्टिफिकेट भी जा चुका है.
कैसे हुआ ये कनफ्यूजन?
दरअसल हुआ यूं था कि टेलर चेज़ का पर्स एक दिन चोरी हो गया था और जिस शख्स ने उसका पर्स चोरी किया था, उसकी मौत हुई थी. जब उसका मेडिकल किया जा रहा था तो पहचान के तौर पर टेलर का पर्स उसके पास मिला, जिसके बाद उसकी पहचान टेलर के तौर पर कर ली गई. चूंकि टेलर ड्रग्स लेने की वजह से रिकवरी सेंटर में था और उसकी अपने घर से बातचीत नहीं होती थी, ऐसे में सच उन्हें भी नहीं पता था. घटना का पता चलने के बाद अधिकारियों ने इस भ्रम के लिए माफी मांगी.