
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा
नवी मुंबई में बन रहा नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अब अपने निर्माण के अंतिम चरण में पहुंच चुका है. नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (NMIAL) इस प्रोजेक्ट को डेवलप कर रहा है. यह एक पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर बन रहा है, जिसमें अडानी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड की सहायक कंपनी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL) की 74% और सिडको (CIDCO) की 26% हिस्सेदारी है.
यह एयरपोर्ट मुंबई महानगर क्षेत्र और पश्चिम भारत की बढ़ती हवाई यात्रा जरूरतों को पूरा करेगा. इसे एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट के रूप में डिजाइन किया गया है, यानी पूरी तरह नए सिरे से एक आधुनिक और टिकाऊ हवाई अड्डे का निर्माण किया जा रहा है.
राष्ट्रीय फूल कमल से प्रेरित डिजाइन
नया एयरपोर्ट उलवे, नवी मुंबई में बनाया जा रहा है, जो दक्षिण मुंबई से करीब 37 किलोमीटर दूर है. इसमें दो समानांतर कोड F रनवे होंगे, जिनकी लंबाई 3,700 मीटर और चौड़ाई 60 मीटर होगी. एयरपोर्ट का डिज़ाइन भारत के राष्ट्रीय फूल कमल से प्रेरित है. टर्मिनल की छत कमल की पंखुड़ियों जैसी होगी, जिसे 12 सुंदर स्तंभ सहारा देंगे.
पहले चरण में एयरपोर्ट से हर साल लगभग 2 करोड़ यात्री यात्रा कर सकेंगे, जबकि अंतिम चरण में इसकी क्षमता 9 करोड़ यात्रियों सालाना तक बढ़ाई जाएगी. कुल 4 टर्मिनल बनाने की योजना है, जिनमें पहले चरण में एकीकृत घरेलू और अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल शुरू होगा.
एयरपोर्ट पर होगा ऑटोमेटेड कार्गो सिस्टम
कार्गो सुविधा के तहत पहले चरण में 5 लाख टन माल हैंडल किया जा सकेगा, जिसे बाद में 32 लाख टन वार्षिक क्षमता तक बढ़ाया जाएगा. इसमें पूरी तरह ऑटोमेटेड कार्गो सिस्टम, 100% शिपमेंट ट्रैकिंग और तापमान नियंत्रित ज़ोन जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी.
एयरपोर्ट को 5G नेटवर्क, डिजिटल ट्रैकिंग और Digi Yatra जैसे संपर्करहित प्रोसेस से जोड़ा जाएगा. बैगेज ट्रैकिंग, स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट और IoT बेस्ड मॉनिटरिंग सिस्टम से यात्रियों को अत्याधुनिक अनुभव मिलेगा.
इंडियन स्ट्रीट फूड का ले सकेंगे एयरपोर्ट पर मजा
फूड और रिटेल जोन में 110 से ज्यादा दुकानें और रेस्टोरेंट होंगे, जिनमें मुंबई के लोकप्रिय ब्रांड्स, आर्टिसनल टी कॉन्सेप्ट और इंडियन स्ट्रीट फूड शामिल रहेंगे. साथ ही ड्यूटी-फ्री एरिया और डिजिटल अनुभव जोन भी तैयार किए जा रहे हैं.
NMIAL पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट को ग्रीन बनाने की दिशा में काम कर रहा है. इसमें 47 मेगावाट सोलर पावर, वर्षा जल संचयन, अपशिष्ट जल पुन: उपयोग और इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग शामिल है.
नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने से मुंबई की हवाई कनेक्टिविटी दोगुनी हो जाएगी और यह भारत का नया ग्लोबल एविएशन हब बनने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा.