
Women Hair: हिंदू धर्म में महिलाओं और पुरुषों के लिए कई नियम बताए गए हैं. जिनका पालन करने से हमारा जीवन समृद्ध होने के साथ खुशहाल रहेगा. वहीं सूर्यास्त होने के बाद महिलाओं के लिए कुछ खास नियम बताए गए हैं. महिलाओं को रात में खुले बाल नहीं रखना चाहिए. अगर इस नियम का पालन नहीं किया जाता है तो उसके दुष्प्रभाव झेलने की संभावना बनी रहती हैं. वही ये नियम धार्मिक होने के साथ वैज्ञानिक भी हैं. आइए जानते हैं ऐसा करने से क्या दुष्परिणाम हो सकते हैं.
नकारात्मक शक्ति
अगर कोई महिला सूर्यास्त के बाद खुले बालों में रहती है तो उसका जीवन प्रभावित होता है. महिला के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. ऐसी स्थिति में नकारात्मक शक्तियां ज्यादा आकर्षित करती हैं.
टूटने की संभावना
रात में बाल खोलकर रहने से उलझने की दिक्कत हो जाती है. टूटने की संभावना बढ़ जाती है. साथ ही बाल खोलकर सोने से चेहरे पर आते हैं, जिनसे नींद में खलल पड़ता है और स्किन संबंधी बीमारी हो जाती है.
रिश्तों में आती है कड़वाहट
रात में बाल खोलकर रहने से रिश्तों में कड़वाहट आती है. इससे संबंधित हिंदू धर्म में एक पौराणिक कथा प्रचलित है. जिसके मुताबिक विवाह के समय माता सीता की मां ने बाल बांधने के लिए कहा था. जो कि दिखाता है कि बाल बंधे होने से रिश्तों में मजबूती आती है.
क्रोध का पर्याय
रात में खुले बालों में रहना क्रोध का पर्याय माना जाता है. रामायण काल में कैकेई से लगा सकती हैं. कैकेई जब कोप भवन में थीं तब वह खुले बालों में ही थी. इसी के बाद से बालों का खुला होना क्रोध और दुख से जुड़ा हुआ देखा जाता है.