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बर्थडे से एक दिन पहले भारतीय दिग्गज को मिली सजा, BCCI ने इस हरकत पर चलाया चाबुक

हरमनप्रीत कौर पर BCCI ने लगाया फाइन.Image Credit source: PTI

क्रिकेट फैंस की नजरें इस वक्त चैंपियंस ट्रॉफी पर टिकी हुई हैं, जिसका फाइनल रविवार 9 मार्च को खेला जाएगा. मगर इससे अलग भी क्रिकेट का रोमांच जारी है क्योंकि भारत में इन दिनों महिला प्रीमियर लीग (WPL) खेली जा रही है. ये टूर्नामेंट भी अपने अंतिम पड़ाव की ओर है. मगर टूर्नामेंट के बीच ही एक दिग्गज भारतीय खिलाड़ी पर BCCI का चाबुक चला है, वो भी उस खिलाड़ी के जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले. ये खिलाड़ी हैं भारतीय टीम और WPL में मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर.

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान और दिग्गज ऑलराउंडर हरमनप्रीत कौर शनिवार 8 मार्च को अपना 36वां जन्मदिन मनाएंगी. जाहिर तौर पर अपने जन्मदिन को लेकर वो बेहद उत्साहित होंगी और जश्न के लिए तैयार भी होंगी. मगर उनके जन्मदिन की खुशियों पर एक दिन पहले यानि शुक्रवार 7 मार्च को ही भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने चाबुक चला दिया और उन पर फाइन लगा दिया.

हरमनप्रीत की हुई लड़ाई

इसकी वजह बना WPL में मुंबई इंडियंस और यूपी वॉरियर्स के बीच खेला गया मुकाबला. ये मैच गुरुवार 6 मार्च को लखनऊ में हुआ था, जिसमें मुंबई ने आसान जीत दर्ज की थी. मगर इस मैच में जब मुंबई जीत के करीब थी, उससे पहले ही कुछ ऐसा हुआ, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. ये घटना हुई यूपी की पारी के 19वें ओवर में, जब अंपायर ने हरमनप्रीत को बताया कि उनकी टीम तय समय से पीछे चल रही है और ऐसे में उसे सिर्फ 3 ही फील्डर 30 गज के घेरे से बाहर लगाने की अनुमति मिलेगी.

मुंबई की कप्तान को ये फैसला पसंद नहीं आया और उन्होंने अंपायर के पास आपत्ति दर्ज कराई. इसी दौरान मुंबई की गेंदबाज एमेलिया कर्र भी आकर अपनी राय देने लगी. ये सब चल ही रहा था कि तभी यूपी की बल्लेबाज सोफी एक्लेस्टन भी वहां पहुंच गई और अंपायर से इस मामले में कुछ बोलने लगी. मगर सोफी का बीच में आना हरमनप्रीत को पसंद नहीं आया और उन्होंने यूपी की खिलाड़ी को कुछ भला-बुरा कह दिया.

BCCI ने लगाया कौर पर फाइन

ये मामला तो हालांकि अंपायरों ने उसी वक्त सुलझा दिया लेकिन मुंबई की कप्तान का ऐसा व्यवहार अंपायर और मैच रेफरी को पसंद नहीं आया. WPL के लिए BCCI ने जो कोड ऑफ कंडक्ट बनाए हैं, हरमनप्रीत के व्यवहार को उनके खिलाफ पाया गया और इसको लेकर मैच रेफरी ने मुंबई की कप्तान पर मैच फीस के 10 फीसदी हिस्से का जुर्माना लगाया. हालांकि, हरमनप्रीत के लिए राहत की बात ये रही कि उन पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया और वो टूर्नामेंट में आगे भी खेलती रहेंगी.