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IND vs PAK: अस्त-व्यस्त पाकिस्तान को पस्त करेगी टीम इंडिया, चैंपियंस ट्रॉफी और दुबई के दर्द एक साथ होगा हिसाब

भारत और पाकिस्तान के बीच दुबई में टक्करImage Credit source: PTI/Getty Images

करीब साढ़े तीन साल पहले दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में वो हुआ था, जो इससे पहले कभी देखने को नहीं मिला था. करीब 8 साल पहले चैंपियंस ट्रॉफी में कुछ ऐसा हुआ था, जो उससे पहले और उसके बाद अभी तक नहीं हो पाया है. इन दोनों ही मुकाबलों ने भारत और पाकिस्तान की कड़ी क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया था. वजह थी- पाकिस्तान की अप्रत्याशित जीत. अब 2025 में फिर से भारत-पाकिस्तान की टक्कर होने जा रही है और इस बार दुबई और चैंपियंस ट्रॉफी का तड़का एक साथ लग रहा है. यानि टीम इंडिया के पास पुराना हिसाब चुकाने का मौका है. मगर असल लड़ाई तो पाकिस्तान के लिए है, जो अपने ही घर में हो रहे टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर है.

पाकिस्तान के लिए करो या मरो का मैच

पिछले कुछ सालों की तरह 2025 में भी फिर से आईसीसी टूर्नामेंट के बहाने ही सही, फैंस को भारत और पाकिस्तान की टक्कर देखने को मिलने वाली है. रविवार 23 फरवरी को दुबई के मैदान में दोनों टीमें चैंपियंस ट्रॉफी के अपने ग्रुप स्टेज के मुकाबले में टकराएंगी. ग्रुप-ए की इन दोनों ही टीमों ने टूर्नामेंट की शुरुआत में ही एक-एक मैच खेल लिया था और नतीजे बिल्कुल अलग-अलग आए थे. जहां पाकिस्तान को कराची के अपने घरेलू मैदान में न्यूजीलैंड से करारी हार मिली थी. वहीं भारत ने दुबई में बांग्लादेश को थोड़ी मशक्कत के बावजूद हरा दिया था.

अब इस मैच में भारत और पाकिस्तान बिल्कुल अलग-अलग उद्देश्यों के साथ उतर रही हैं. जीतना तो दोनों ही टीम चाहती हैं लेकिन जीत की जरूरत बिल्कुल अलग-अलग है. जहां टीम इंडिया इस मैच में जीत के साथ सेमीफाइनल का अपना टिकट पक्का करना चाहेगी तो वहीं पाकिस्तान खुद मेजबान होकर पहले राउंड में ही बाहर होने की शर्मिंदगी से बचना चाहती है और उसके लिए ये मैच हर हाल में जीतना जरूरी है. मगर फैंस के लिहाज से ये मैच 2017 और 2021 के मुकाबलों से जोड़कर भी देखा जा रहा है.

भारत के पास हिसाब बराबर करने का मौका

2017 की चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने पाकिस्तान को ग्रुप स्टेज में हराया था लेकिन पाकिस्तान ने फाइनल में भारत को शिकस्त दी थी. पहली बार भारत और पाकिस्तान किसी आईसीसी इवेंट के फाइनल में टकराए थे और पाकिस्तान ने वो मैच जीता था. फिर 2021 में दोनों टीमों के बीच दुबई में ही टी20 वर्ल्ड कप का मैच खेला गया था और वो मैच भी पाकिस्तान ने जीता था. किसी भी वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की भारत पर ये पहली और अभी तक इकलौती जीत थी. ऐसे में भारतीय टीम और फैंस के नजरिए से दोनों हार का हिसाब चुकाने का मौका है.

आंकड़ों की बाजी किसके पक्ष में?

थोड़ा आंकड़ों की बात करें तो यहां पर दोनों की टक्कर फिलहाल बराबर नजर आती है. अगर चैंपियंस ट्रॉफी के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो भारत और पाकिस्तान के बीच इस टूर्नामेंट के इतिहास में 5 बार टक्कर हुई है. इसमें से 3 बार, 2004, 2009 और 2017 (फाइनल) में पाकिस्तान ने जीत दर्ज की थी. वहीं भारत को सिर्फ 2 बार, 2013 और 2017, में जीत मिली थी. इस हिसाब से तो पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में थोड़ा आगे है लेकिन भारत के पक्ष में दुबई स्टेडियम का इतिहास है. यहां भारत और पाकिस्तान के बीच सिर्फ 2 वनडे मैच (दोनों एशिया कप 2018 में) खेले गए थे और दोनों बार टीम इंडिया ने ही जीत दर्ज की थी.

अस्त-व्यस्त पाकिस्तान के लिए थोड़ी खुशी, ज्यादा गम

पाकिस्तान के लिए इस मुकाबले में कई चुनौतिया हैं और उसमें सबसे बड़ी परेशानी भारतीय बल्लेबाजी को रोकना है. जैसा कि शोएब अख्तर ने भी कहा, भारतीय टीम पाकिस्तान को ‘ठीक-ठाक मारेगी’. रोहित शर्मा, शुभमन गिल और केएल राहुल अपने बल्ले का जोर दिखा चुके हैं, जबकि विराट कोहली का रिकॉर्ड पाकिस्तान के खिलाफ शानदार है. वहीं श्रेयस अय्यर भी बेहतरीन फॉर्म में हैं. पाकिस्तानी गेंदबाजी हाल के दिनों में बेहद औसत दिखी है. ऐसे में वो कैसे इस बेहतरीन बल्लेबाजी से निपटेगी ये बड़ा सवाल है.

हालांकि पाकिस्तान के लिए एक बड़ी राहत की बात ये है कि टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इस टूर्नामेंट में नहीं खेल रहे हैं. बुमराह ने ही पिछले दो वर्ल्ड कप (2023, 2024) में पाकिस्तान की हार की कहानी लिखी थी. मगर जैसी बॉलिंग मोहम्मद शमी और हर्षित राणा ने की, वो पाकिस्तान को परेशान करने के लिए काफी है. पाकिस्तान के लिए मुसीबत ये भी है कि फखर जमां चोट के कारण बाहर हैं और उसका बैटिंग ऑर्डर एकदम अस्त-व्यस्त नजर आ रहा है. ऐसे में वो टीम इंडिया के संतुलित बॉलिंग अटैक से कैसे निपटेगी, ये सबसे बड़ा सवाल है.