
जागरण संवाददाता, महाकुंभ नगर। दिव्य और भव्य महाकुंभ में संगम स्नान को 55 करोड़ यसे ज्यादा लोग आ चके हैं। ऐसे में कुछ लोग महाकुंभ की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं कुछ विकृत मानसिकता वाले महिला स्नानार्थियों की अमर्यादित वीडियो पोस्ट करने का घृणित कार्य भी कर रहे हैं।
इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ऐसा करने वालों के खिलाफ महाकुंभ पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। महिला श्रद्धालुओं की अशोभनीय वीडियो, फोटो शेयर करने और टेलीग्राम पर बेचने का दावा करने वालों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। अब पुलिस टीम आरोपितों की वास्तविक पहचान करते हुए गिरफ्तारी करेगी।
कपड़े बदलते समय बनाया था वीडियो
पुलिस की साइबर टीम इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर लगातार पेट्रोलिंग कर रही है। यूपी पुलिस ने मेटा से भी मदद मांगी है। आपत्तिजनक पोस्ट करने और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। साइबर पेट्रोलिंग के दौरान पता चला कि महाकुंभ में आईं कुछ महिलाओं के स्नान करने और कपड़े बदलते समय का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर अपलोड किया जा रहा है।

जल्द आरोपितों की होगी गिरफ्तारी
ऐसा कृत्य महिलाओं की निजता और गरिमा का उल्लंघन है। तब इंस्टाग्राम अकाउंट @neha1224872024 के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया। इस अकाउंट के माध्यम से महिला स्नानार्थियों के अशोभनीय वीडियो पोस्ट किया गया था। अकाउंट के संबंध में मेटा कंपनी से जानकारी मांगी गई है और जल्द ही आरोपित की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।
कोतवाली थाने में लिखा गया मुकदमा
इसके अलावा महिला श्रद्धालुओं के अमर्यादित वीडियो को बेचने का दावा करने वाले टेलीग्राम चैनल cctv CHANNEL के खिलाफ महाकुंभ के कोतवाली थाने में मुकदमा लिखा गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि महिलाओं की निजता और गरिमा का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यूट्यूबर सहित अन्य आरोपितों की होगी गिरफ्तारी
दिव्य और भव्य महाकुंभ को फर्जी वीडियो के माध्यम से इंटरनेट मीडिया पर बदनाम करने की कोशिश करने और महिला स्नानार्थियों की अमर्यादित वीडियो शेयर करने वालों की अब गिरफ्तारी होगी। इसके लिए पुलिस, साइबर और स्वाट टीम ने तैयारी शुरू कर दी है।
पहचान करने में जुटी पुलिस
बताया जा रहा है कि यूट्यूब, इंस्टाग्राम, फेसबुक, एक्स पर दूसरे स्थान की घटनाओं को महाकुंभ से जोड़कर प्रसारित किया गया। अब तक 100 से अधिक इंटरनेट मीडिया यूजर्स के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। सभी यूजर्स के बारे में संंबंधित कंपनियों से जानकारी भी मांगी गई है। सभी की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।