
एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के हाई लेवल का मतलब खून की नसों में गंदे फैट की अतिरिक्त मात्रा से होता है. इसेक कारण शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं हो पाता है. इसके कारण हार्ट अटैक, स्ट्रोक का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है, जो कि एक जानलेवा कंडीशन है. हाई कोलेस्ट्रॉल की यह समस्या विटामिन बी 12 की कमी से भी कई ज्यादा खतरनाक होती है, जो कि मुख्य रूप से तंत्रिका संबंधी कार्य को प्रभावित करती है और एनीमिया का कारण बनती है. कई मामलों में हाई कोलेस्ट्रॉल विटामिन बी12 का भी कारण बनता है. ऐसे में इसके लक्षणों को नजरअंदाज करना एक बड़ी भूल साबित हो सकती है-
छाती में दर्द
हाई एलडीएल कोलेस्ट्रॉल छाती में दर्द (एंजाइना) के रूप में भी नजर आ सकता है. अगर आपको बार-बार छाती में दर्द का अनुभव हो, तो यह उच्च एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकता है और आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
थकान और कमजोरी
हाई एलडीएल कोलेस्ट्रॉल से रक्त वाहिकाओं में रुकावट होती है, जिससे शरीर के अंगों और मांसपेशियों तक पर्याप्त रक्त नहीं पहुंच पाता है. इसका परिणाम थकान, कमजोरी और लगातार सुस्ती महसूस होने के रूप में हो सकता है. यदि आपको बिना किसी कारण के अधिक थकावट महसूस हो, तो यह उच्च कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकता है.
सांस लेने में कठिनाई
सांस लेने में परेशानी या अचानक सीने में भारीपन महसूस होना, विशेष रूप से शारीरिक गतिविधियों के दौरान, हाई एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का लक्षण हो सकता है.
पैरों में सूजन और दर्द
हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से रक्त में गाढ़ापन आ जाता है और रक्त वाहिकाओं में रुकावट होती है, जिससे पैरों में सूजन और दर्द का सामना हो सकता है. यदि आपको पैरों में बार-बार सूजन या दर्द महसूस हो, तो यह एक गंभीर संकेत हो सकता है कि आपकी खून की नली सिकुड़ रही हैं.
दिल की धड़कन का अनियमित होना
हाई एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के कारण दिल की धड़कन असामान्य हो सकती है. यह समस्या अरेथमिया (धड़कन में अनियमितता) के रूप में सामने आ सकती है. यदि आपको अचानक दिल की धड़कन तेज या धीमी महसूस हो, या धड़कन में अनियमितता महसूस हो, तो यह उच्च कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकता है और इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.