स्कूल जाने वाली लड़की सिर्फ 3 साल में बन गई करोड़पति, आज खुद की कंपनी, दिए अमीर बनने के टिप्स! “ > ‧‧ .

स्कूल जाने वाली लड़की सिर्फ 3 साल में बन गई करोड़पति, आज खुद की कंपनी, दिए अमीर बनने के टिप्स! “ > ‧‧ .
School going girl became a millionaire in just 3 years, own company today, gave tips to become rich!

आपकी किस्‍मत अच्‍छी हो तो कामयाबी कदम चूमती है. वरना, अमीर बनने की चाहत हर किसी की होती है और इसके लिए लोग जी-तोड़ मेहनत भी करते हैं.लेकिन कहते हैं न कि सबका नसीब एक जैसा नहीं होता. अब इस लड़की को ही देख‍िए. तीन साल पहले एक स्‍कूल में स्‍टूडेंट थी. सभी बच्‍चों की तरह पढ़ाई कर रही थी कि अचानक कुछ नया करने का फ‍ितूर सवार हुआ. बिजनेस करना था, जिद ठान ली. महज 16 साल की उम्र में सोशल मीडिया पर गारमेंट्स बेचने लगी. मगर अच्‍छा नहीं लगा, क्‍योंकि क्रिएट‍िव नहीं था. फ‍िर कुछ ऐसा किया कि धमाल मच गया. महज 3 साल की उम्र में वह करोड़पत‍ि बन गई. आज लोग उसकी तारीफ करते नहीं थकते. कई लोग उनके टिप्‍स की बदौलत ही मो‍टीवेट हो गए.

हम बात कर रहे न्यूयॉर्क की रहने वाली सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर इवेंजेलिना पेट्राकिस की. इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, पेट्राकिस ईपी ज्वेल्स की मालिक हैं और 2 साल पहले ही उन्‍होंने यह कंपनी बनाई है, जो आज करोड़ों का कारोबार कर रही. इवेंजेलिना ने बताया कि 2020 में जब मैं 16 साल की थी तो ईपी द लेबल नामक का गारमेंट्स का बिजनेस शुरू किया. टाई-डाई कपड़े बनाती थी और उसे ऑनलाइन बेचती थी. उस समय इंस्‍टाग्राम पर सिर्फ कुछ हजार फॉलोवर्स थे, और उन्‍हीं को हमने उत्‍पाद बेचा. लेकिन यह मुझे अच्‍छा नहीं लगा. क्‍योंकि क्रिएटिविटी नहीं थी.

भरोसा बनाने का सबसे ईमानदार तरीका
इवेंजेलिना ने बताया कि बचपन से ही उन्‍हें गहनों से प्‍यार था. इसल‍िए 2021 में स्विच किया और एक नए नाम से खुद के डिजाइन गहनों की मार्केटिंग करने लगी. बाद में यही कंपनी ईपी ज्वेल्स के रूप में सामने आई. सिर्फ 2 साल में मैंने तकरीबन 9 करोड़ रुपये का बिजनेस किया. इवेंजेलिना ने बताया कि कैसे उन्‍होंने इतना ब्राड कारोबार कर लिया और वह भी सिर्फ सोशल मीडिया की बदौलत. उन्‍होंने बताया कि कोविड में ट्रॉयल-ऑन हल्स, स्टाइलिंग टिप्स, ज्वेलरी कलेक्शन के वीडियो पोस्‍ट करती थी. धीरे-धीरे लोग रुच‍ि लेने लगे. इंस्‍टाग्राम पर फॉलोअर्स की संख्‍या 553,000 तक पहुंच गई. मेरे टिकटॉक और यूट्यूब ऑडियंस शून्य से 545,000 और 93,000 तक हो गए. मैं तीनों प्लेटफॉर्म पर नियमित रूप से पोस्ट करती हूं. हर बार अलग-अलग गहने पहनकर डालती हूं. मैंनें कभी किसी को कुछ खरीदने के लिए दबाव नहीं डाला, और मैं कभी किसी को पिच नहीं किया.कभी-कभी मैं सप्ताह में 40 घंटे और कभी-कभी 80 घंटे काम करती हूं.

उसने बताया कि खुद उन ज्‍वैलरी को पहनकर वीडियो डालती हैं ताकि लोगों को लाइव यकीन हो. यह लोगों को भरोसा दिलाने का सबसे ईमानदार तरीका है.हर दिन बिक्री के आंकड़े देखती हूं. खासकर, 18 वर्ष या उससे अध‍िक उम्र वालों के बारे में जानना चाहती हूं, क्‍योंकि उनकी पसंद पता चलती है. कई बार उनके लिए सेमिनार भी करती हूं. मैं अपने पेरेंट्स की आभारी हूं कि जब लोग स्‍कूल जाना चाहते हैं, उन्‍होंने मुझे रिस्‍क लेने दिया और ऐसा कारोबार करने दिया. ईपी ज्वेल्स का लॉन्च मेरे हाई स्कूल से स्नातक होने से एक महीने पहले हुआ था. लेकिन जब मैंने लॉंच‍िंग और उसके बाद की प्रत‍िक्रिया देखी तो बिना इसे आगे चलाए मैं नहीं रह सकी. आज मेरे पास सबकुछ है और नई कंपनी खोलने के बारे में विचार कर रही हूं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *